योगी सरकार उर्दू, औरंगजेब, शाहजहां इस तरह के मुद्दे लाकर जनता का ध्यान भटकाना चाहती है: कमाल अख्तर
लखनऊ, 5 मार्च (आईएएनएस)। सपा विधायक अबू आजमी के औरंगजेब वाले बयान को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी पर सपा नेता कमाल अख्तर ने बुधवार को प्रतिक्रिया दी।
मुरादाबाद के कांठ से सपा विधायक कमाल अख्तर ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा कि संविधान ने सभी नागरिकों को अभिव्यक्ति की आजादी दी है। वो महाराष्ट्र का मामला है। लेकिन उत्तर प्रदेश की सरकार जनता के ज्वलंत मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती है। राज्य सरकार कठमुल्ला, उर्दू, औरंगजेब, शाहजहां इस तरह के मुद्दे लाकर जनता का ध्यान भटकाना चाहती है।
सपा नेता ने कहा कि किसान बदहाल हैं, किसानों की आय दो गुनी नहीं हुई, गन्ने के रेट नहीं बढ़े, उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर है, स्वास्थ्य सुविधाएं ध्वस्त हैं, अस्पतालों में दवाइयां नहीं हैं, एमआरआई मशीन नहीं है, डायलिसिस की मशीन नहीं हैं। जब सरकार ये सब नहीं कर पा रही तो धर्म, जात, बिरादरी को लाकर मुद्दों से भटकाना चाहती है। जहां तक शाहजहां, औरंगजेब, अकबर या मुगलों की बात है तो उनकी बहुत सारी चीजे हैं। सबसे पहले ताजमहल को खत्म करना चाहिए। उसके बाद आगरा के लाल किले को खत्म करना चाहिए। कुतुब मीनार को खत्म करना चाहिए। उनकी बनाई हुई बहुत सारी चीजें हैं उनको खत्म करना चाहिए। एक तरफ तो सरकार रेवेन्यू लेती है और दूसरी तरफ इस तरह की बात करती है। जो ऐतिहासिक व्यक्ति है वो अच्छा रहा हो या बुरा, उसके बारे में तो लोग बोलेंगे ही।
मुजफ्फरनगर का नाम बदलने की मांग पर उन्होंने कहा कि वो नाम किसी सरकार ने तो नहीं रखा। सरकार के पास बहुमत है वो कोई भी नाम बदल सकती है। अगर मुजफ्फरनगर किसी का रखा हुआ नाम है, तो इसका किसी मुसलमान या किसी का कोई लेना देना नहीं है। ये तो सदियों से रखा नाम आ रहा है। यदि सरकार नाम बदलना चाहती है तो बदले, इसमें हम लोग क्या कर सकते हैं?
बता दें कि यूपी विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान सीएम योगी ने कहा, “उस व्यक्ति को (समाजवादी) पार्टी से निकालो और यूपी भेज दीजिए, बाकी इलाज हम अपने आप करवा देंगे। जो व्यक्ति छत्रपति शिवाजी महाराज की परंपरा पर गर्व करने के बजाय लज्जा महसूस कर रहा हो और औरंगजेब को अपना नायक मान रहा हो, क्या उसे भारत के अंदर रहने का अधिकार होना चाहिए? समाजवादी पार्टी को इसका जवाब देना चाहिए।”
–आईएएनएस
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