पूर्वी कांगो में फैल रही हिंसा से नागरिकों और सहायताकर्मियों को खतरा : संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र, 5 मार्च (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने कहा कि कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) के तीन सुदूर पूर्वी प्रांतों में बढ़ती हिंसा सहायता कर्मियों सहित नागरिकों के लिए गहरी चिंता पैदा कर रही है।
डीआरसी के लिए संयुक्त राष्ट्र के रेजिडेंट मानवीय समन्वयक ब्रूनो लेमारक्विस ने इतुरी, उत्तरी किवु और दक्षिणी किवु प्रांतों में राहत कार्यकर्ताओं और नागरिक बुनियादी ढांचे सहित लोगों के खिलाफ लक्षित हिंसा में हाल ही में वृद्धि पर चिंता व्यक्त की।
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि इतुरी प्रांत में गुरुवार से जुगु क्षेत्र में संघर्ष के कारण 16,000 से अधिक लोग भाग गए हैं। इस क्षेत्र में सशस्त्र समूहों की ओर से हमलों में वृद्धि देखी गई, जिसके परिणामस्वरूप नागरिक हताहत हुए और विस्थापन हुआ।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) ने पूर्वी डीआरसी में वापस लौटने वाले विस्थापित लोगों पर एक नई रिपोर्ट जारी की है।
दुजारिक के मुताबिक, “करीब 80,000 पुरुष, महिलाएं और बच्चे पड़ोसी देशों में भाग गए हैं, जिनमें जनवरी से बुरुंडी में आने वाले लगभग 61,000 लोग शामिल हैं।”
यूएनएचसीआर ने कहा कि उत्तरी किवु की राजधानी गोमा के आसपास लगभग 17,000 लोग स्थलों, स्कूलों और चर्चों में रह रहे हैं, जबकि 4,14,000 लोग पिछले चार सप्ताह में पलायन कर गए हैं, जिन्हें अधिकारी उनके मूल गांवों में लौटने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
एजेंसी ने कहा कि कम से कम 209,000 लोग मसीसी, न्यारागोंगो और रुतशुरू क्षेत्रों में पहुंच गए। इन क्षेत्रों में लोगों की अचानक बढ़ती संख्या के लिए बुनियादी सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, प्रांतों और आस-पास के क्षेत्रों में व्यापक असुरक्षा को देखते हुए, ये लोग को सुरक्षा और सहायता पाने के लिए सीमा पार कर सकते हैं।
यूएनएचसीआर ने पड़ोसी देशों से डीआरसी के सभी शरणार्थियों को पंजीकृत करने और उन्हें दस्तावेज उपलब्ध कराने की अपील की।
प्रवक्ता ने कहा कि यूएन शांति सैनिकों ने बताया कि गोमा के आसपास की स्थिति अत्यधिक अस्थिर बनी हुई है। एम23 विद्रोही, जिन्होंने एक महीने से अधिक समय पहले गोमा पर आक्रमण किया था, चेकपॉइंट और गश्त के साथ शहर पर मजबत नियंत्रण कायम है।
प्रवक्ता ने कहा, “हमारे सहयोगियों का कहना है कि विद्रोहियों ने शांति सैनिकों की आवाजाही की स्वतंत्रता और गोमा में एयरपोर्ट तक पहुंच को प्रतिबंधित करना जारी रखा है।”
–आईएएनएस
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