इजरायल ने गाजा युद्ध विराम समझौते के अगले चरण के लिए रखी शर्तें


यरूशलम, 4 मार्च (आईएएनएस)। इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सा’आर ने मंगलवार को कहा कि इजरायल जनवरी में लागू हुए संघर्ष विराम समझौते के अगले चरण पर आगे बढ़ने के लिए गाजा पट्टी के सैन्यीकरण और हमास के शासन को समाप्त करने की मांग करता है।

सा’आर ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा, “दूसरे चरण पर हमारा कोई समझौता नहीं है। गाजा का सैन्यीकरण पूरी तरह खत्म होना चाहिए, हमास और इस्लामिक जिहाद को बाहर होने चाहिए और हमारे बंधक हमें सौंपे जाने चाहिए।”

इजरायली रक्षा मंत्री ने कहा कि यदि हमास इन मांगों पर सहमत हो जाए तो ‘हम कल ही (समझौते को) लागू कर सकते हैं।’

सा’आर ने गाजा में मानवीय सहायता रोकने के इजरायल फैसले का बचाव किया। उन्होंने दावा किया कि हमास इस मदद का इस्तेमाल अपने उद्देश्यों के लिए कर रहा है।

मंत्री ने कहा कि मानवीय आपूर्ति हमास के लिए ‘बजट की सबसे बड़ी आय’ बन गई है।

इजरायल ने घोषणा की कि वह संघर्ष विराम के पहले चरण को रमजान और पासओवर [यहूदी त्योहार] या 20 अप्रैल तक बढ़ाने के प्रस्ताव का समर्थन करता है। उसने कहा कि यह प्रस्ताव ट्रंप प्रशासन के मध्यपूर्व दूत स्टीव विटकॉफ की ओर से आया है।

इजरायल ने न सिर्फ अमेरिकी प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है बल्कि गाजा में सभी वस्तुओं की सप्लाई रोकने का भी फैसला किया है।

हमास ने अस्थायी युद्ध विराम के अमेरिकी प्रस्ताव को स्वाकारने के लिए इजरायल की आलोचना की। फिलिस्तीनी ग्रुप के मुताबिक यहूदी राष्ट्र का यह कदम गाजा युद्ध विराम समझौते के दूसरे चरण के लिए वार्ता को टालने की कोशिश है।

हमास ने एक बयान में कहा, “हम हस्ताक्षरित समझौते को इसके तीन चरणों में लागू करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं, हमने समझौते के दूसरे चरण पर बातचीत शुरू करने के लिए अपनी तत्परता की बार-बार घोषणा की है।”

बयान में कहा गया, “हम इस बात पर जोर देते हैं कि इजरायली बंधकों को वापस पाने का एकमात्र तरीका (युद्धविराम) – समझौते का पालन करना, दूसरे चरण को लागू करने के लिए तुरंत बातचीत शुरू करना और इजरायल द्वारा अपनी जिम्मेदारियों को लेकर प्रतिबद्ध होना है।”

हमास ने कहा कि गाजा में मानवीय सहायता को रोकने का नेतन्याहू का फैसला “सस्ता ब्लैकमेल, युद्ध अपराध और समझौते के खिलाफ एक जबरदस्त उल्लंघन है।”

फिलिस्तीनी ग्रुप ने कहा, “मध्यस्थों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इजरायल पर दबाव बनाने और गाजा पट्टी में 2 मिलियन से अधिक लोगों के खिलाफ़ उसके दंडात्मक और अनैतिक उपायों को रोकने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए।”

इससे पहले इजरायल ने रविवार घोषणा की कि वह गाजा पट्टी में सभी वस्तुओं की आपूर्ति पर रोक लगा रहा है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान में कहा गया, “बंधक समझौते के पहले चरण की समाप्ति और वार्ता जारी रखने के लिए विटकॉफ प्रस्ताव [जिस पर इजरायल सहमत है] को स्वीकार करने से हमास के इनकार के बाद ​​प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने फैसला किया कि रविवार सुबह से गाजा पट्टी में सभी सामानों और आपूर्ति का प्रवेश बंद हो जाएगा।”

इजरायल-हमास युद्ध विराम का पहला चरण,शनिवार को समाप्त हो गया। दोनों पक्षों के बीच अभी दूसरे चरण पर बातचीत होनी बाकी है, जिसमें इजरायल का गाजा से पूरी तरह से हटना, स्थायी युद्ध विराम लागू होना और हमास को शेष बंधकों को रिहा करना शामिल है।

हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर बड़ा हमला किया था। हमास के सदस्यों ने करीब 12,00 लोगों को मार दिया और 251 लोगों को बंधक बना लिया। इसके बाद इजरायल ने हमास के नियंत्रण वाली गाजा पट्टी पर हमले शुरू कर दिए। इजरायल के हमले में 48 हजार से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो गई। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि इजरायल के हमलों से गाजा की लगभग दो-तिहाई इमारतें क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गईं।

–आईएएनएस

एमके/


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