स्वामी चिन्मयानंद बापू ने अदाणी समूह के सेवाभाव को बताया अनुकरणीय
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प्रयागराज, 28 फरवरी (आईएएनएस)। महाकुंभ 2025 में अदाणी समूह द्वारा किए गए सेवा कार्यों की सराहना करते हुए विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट के संस्थापक और श्रीमद्भागवत मर्मज्ञ स्वामी चिन्मयानंद बापू ने समूह के प्रमुख गौतम अदाणी को साधुवाद दिया और उनके सेवाभाव को सराहा।
स्वामी चिन्मयानंद बापू ने अपने वीडियो संदेश में महाकुंभ की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा, “महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह एक दिव्य और अलौकिक ऊर्जा का केंद्र है। इस बार महाकुंभ में अदाणी समूह ने जो सेवा कार्य किए, वे न केवल अनुकरणीय थे, बल्कि उन्होंने लाखों श्रद्धालुओं के दिलों में एक नई आशा और श्रद्धा का संचार किया।”
स्वामी बापू ने विशेष रूप से अदाणी समूह द्वारा इस्कॉन के साथ मिलकर लाखों श्रद्धालुओं के लिए महाप्रसाद का वितरण करने की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह प्रयास न केवल श्रद्धालुओं को तृप्त करने का था, बल्कि इसे एक अद्वितीय और अनुकरणीय सेवा के रूप में देखा जा सकता है। इसके अलावा, अदाणी समूह ने गीता प्रेस के माध्यम से करोड़ों विशिष्ट आरती संग्रह प्रकाशित कर निशुल्क वितरित किए, जिससे श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक लाभ मिला। इसके साथ ही, चार दर्जन से अधिक गोल्फ कार्ट की व्यवस्था की गई, जिससे असहाय वृद्धजन, माताओं और बहनों के लिए संगम स्नान को सुगम बनाया गया।
स्वामी चिन्मयानंद बापू ने अदाणी समूह के इस योगदान को “सच्ची श्रद्धा और समाज सेवा का प्रतीक” बताया और गौतम अदाणी को इस कार्य के लिए बधाई दी। उन्होंने अन्य उद्योगपतियों और समाजसेवियों से अपील की कि वे अदाणी समूह से प्रेरणा लेकर समाज में ऐसे सेवा कार्यों को बढ़ावा दें।
उन्होंने कहा, “महाकुंभ न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह समाज में सेवा, समर्पण और सहयोग की भावना को प्रबल करने का एक बड़ा अवसर है।”
स्वामी चिन्मयानंद बापू ने कहा कि महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों में ऐसे सेवा कार्यों की आवश्यकता है जो समाज के हर वर्ग तक पहुंच सकें और उन्हें राहत और सहायता प्रदान कर सकें।
–आईएएनएस
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