सभी बंधकों की वापसी और हमास की तबाही हमारा लक्ष्य : भारत में इजरायली राजदूत (आईएएनएस एक्सक्लूसिव)
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नई दिल्ली, 26 फरवरी (आईएएनएस)। इजरायल का ध्यान अपने बंधकों को वापस लाने और फिलिस्तीनी सशस्त्र संगठन हमास को पूरी तरह से खत्म करने पर केंद्रित है, ताकि वह भविष्य में सैन्य खतरा पैदा न कर सके या गाजा में सरकार न बना सके। भारत में इजरायल के राजदूत रियुवेन अजार ने बुधवार को आईएएनएस को दिए एक विशेष इंटरव्यू में यह बात कही।
अजार ने कहा, “हम अपने अधिकांश बंधकों को वापस लाने में कामयाब रहे हैं। अब लगभग 69 बंधक बचे हैं, जिनमें से लगभग आधे मर चुके हैं। हम 190 बंधकों को वापस ले आए हैं।”
इजरायली राजदूत, “हमें अपने सभी बंधकों को वापस लाना है और यह भी सुनिश्चित करना है कि हमास खत्म हो जाए, वह सैन्य खतरा न बन सके और न ही गाजा में सरकार बन सके… क्योंकि, अगर हमास गाजा में सरकार बनाता है, तो अगले 7 अक्टूबर में बहुत कम समय रह जाएगा, इसलिए, हमारी जिद है कि हम दोनों मकसद [बंधकों की वापसी और हमास की तबाही] हासिल करें।”
हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमला करके 251 लोगों को बंधक बना लिया और लगभग 1,200 लोगों को मार डाला। इसके बाद इजरायल ने हमास के नियंत्रण वाली गाजा पट्टी पर हमले शुरू कर दिए। इजरायल के हमले में हजारों फिलिस्तीनी मारे गए। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि इजरायल के हमलों से गाजा की लगभग दो-तिहाई इमारतें क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गईं।
19 जनवरी से इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम समझौता प्रभावी हुआ, जिसके तहत फिलिस्तीनी ग्रुप ने 25 इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया। बदले में इजरायल ने सैंकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को आजाद कर दिया।
अजार ने इजराइली रक्षा बलों (आईडीएफ) के कार्यों और सरकार की निर्णायक कार्रवाइयों की तारीफ करते हुए कहा, “यह तथ्य है कि हम इस सैन्य अभियान में सफल हुए, अब हमास की कोई सैन्य मशीन नहीं है जो इजरायल के सभी आबादी केंद्रों तक पहुंचने में सक्षम हो। यह भी एक तथ्य है कि हिजबुल्लाह अब उत्तरी इजरायल के लिए कोई बड़ा खतरा नहीं है और ईरान को उसके मिसाइल कार्यक्रम के कई रणनीतिक बिंदुओं पर बहुत गंभीर चोट लगी है। वे दुश्मन जो हमें नष्ट करने की कसम खाते हैं जब कमजोर हो जाते हैं, तो इससे शांति और स्थिरता का एक मौका मिलता है।”
–आईएएनएस
एमके/