एनएसई और असम सरकार ने 'बीएफएसआई' सेक्टर में युवाओं को कौशल प्रदान करने के लिए मिलाया सहयोग का हाथ


मुंबई, 26 फरवरी (आईएएनएस)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और असम सरकार ने बुधवार को बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज एंड इंश्योरेंस (बीएफएसआई) सेक्टर में छात्र स्किलिंग प्रोग्राम लॉन्च करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।

‘एडवांटेज असम 2.0 सम्मेलन’ में हस्ताक्षरित इस समझौते ने उत्तराखंड, मेघालय और छत्तीसगढ़ के बाद असम को युवाओं के कौशल विकास पर एनएसई के साथ साझेदारी करने वाला चौथा राज्य बना दिया है।

इस सहयोग के तहत, एनएसई, राज्य सरकार के समर्थन से, राज्य भर के छात्रों को बीएफएसआई सेक्टर में इंडस्ट्री से जुड़े ज्ञान से लैस करने के लिए एक कौशल-निर्माण पहल को शुरू करेगा।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार के अवसरों में सुधार करना है।

यह पहल राज्य सरकार के दृष्टिकोण और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (2020) के अनुरूप है, जो रोजगार के अवसरों को बढ़ाने में कौशल विकास को एक महत्वपूर्ण कारक के रूप में महत्व देती है।

कार्यक्रम कौशल अंतर को पाटकर युवा व्यक्तियों को बीएफएसआई सेक्टर में करियर बनाने के लिए आवश्यक विशेषज्ञता के साथ सशक्त बनाएगा।

उच्च शिक्षा, स्कूली शिक्षा और जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री डॉ. रनोज पेगु ने कहा, “भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज की विशेषज्ञता को असम के युवाओं के साथ लाकर, हम पूर्वोत्तर भारत में बीएफएसआई संचालन के लिए असम को एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरने के लिए आधार तैयार कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि यह सहयोग असम को भारत के पूर्वी क्षेत्र की कौशल राजधानी बनाने के हमारे दृष्टिकोण के साथ पूरी तरह से मेल खाता है।

पेगु ने कहा, “यह हमारे युवाओं और असम के आर्थिक भविष्य दोनों में एक रणनीतिक निवेश है।”

एनएसई के मुख्य व्यवसाय विकास अधिकारी (सीबीडीओ) श्रीराम कृष्णन ने कहा कि एक्सचेंज “पूर्वोत्तर क्षेत्र में जबरदस्त संभावनाएं देखता है और असम सरकार के मिशन में योगदान करने में विश्वास करता है।”

उन्होंने कहा कि यह सहयोग निश्चित रूप से युवाओं में फाइनेंशियल सेक्टर की क्षमताओं का निर्माण करने में सक्षम होगा।

कृष्णन ने कहा, “राज्य का रणनीतिक स्थान इसे बीएफएसआई टैलेंट का एक नया पूल बनाने के लिए एक आदर्श भागीदार बनाता है।”

असम में निवेशकों की संख्या में भी तेज वृद्धि देखी गई है, जो 2019 में 0.7 प्रतिशत से तीन गुना बढ़कर 2024 में 2.3 प्रतिशत हो गई है।

राज्य में निवेश में महिलाओं की भागीदारी दर सबसे अधिक है, कुल निवेशकों में महिलाओं की हिस्सेदारी 29.8 प्रतिशत है, जो सभी भारतीय राज्यों में पांचवां सबसे अधिक है।

–आईएएनएस

एसकेटी/एबीएम


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