कुणाल घोष ने मोहन भागवत के मातृभाषा वाले बयान पर प्रतिक्रिया दी, भाजपा पर लगाया बड़ा आरोप
कोलकाता, 24 फरवरी (आईएएनएस)। तृणमूल कांग्रेस नेता कुणाल घोष ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान आरएसएस चीफ द्वारा मातृभाषा के लेकर दिए बयान पर प्रतिक्रिया दी। साथ ही उन्होंने 27 फरवरी को होने वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की संगठन बैठक को लेकर भी बयान दिया।
कुणाल घोष ने 27 फरवरी को होने वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की संगठन बैठक को लेकर कहा कि 2026 में चुनाव हैं और अभी भाजपा, माकपा और कांग्रेस राज्य में मिलकर एक षड्यंत्र रच रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि खास तौर पर भाजपा, फर्जी और जाली वोटर्स के जरिए, चुनाव आयोग और एजेंसियों के साथ मिलकर षड्यंत्र रच रही है। वे दूसरे राज्यों के वोटर्स को बिना किसी फिजिकल वेरिफिकेशन के यहां नाम दे रहे हैं। वे असली वोटर्स के वोट से जीत नहीं सकते, इसलिए फर्जी वोटर्स के सहारे वे महाराष्ट्र और दिल्ली मॉडल शुरू करना चाहते हैं। लेकिन बंगाल की धरती पर ऐसा नहीं होगा।
मोहन भागवत के बयान पर कि हम सभी को अपने ही मातृभाषा में बात करनी चाहिए पर कहा कि इसके ऊपर मैं ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहता। क्योंकि किस समय, किस मौके पर उन्होंने बोला है यह मुझे नहीं पता है। लेकिन पॉलिसी तो यही है कि जिसकी जो मातृभाषा है उसको उसमें बात करनी चाहिए। लेकिन हर व्यक्ति को चाहिए कि अपनी मातृभाषा के साथ-साथ पड़ोस में रहने वाले उस व्यक्ति का भी सम्मान करना चाहिए जो दूसरी भाषा बोलता है। आज तो ग्लोबल विलेज की अवधारणा है, जिसमें आपको अंतरराष्ट्रीय और कई भाषाएं जाननी पड़ेंगी, लेकिन मातृभाषा के प्रति एक अलग सम्मान, एक अलग प्रेम होना चाहिए।
–आईएएनएस
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