सीबीएसई बोर्ड एग्जाम दे रहे छात्रों ने माना 'परीक्षा पे चर्चा' ने स्ट्रेस फ्री होने में की मदद
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नई दिल्ली, 15 फरवरी (आईएएनएस)। 10वीं और 12वीं की परीक्षा शनिवार से शुरू हो चुकी है। कुछ बच्चे उत्साहित भी दिखे तो कुछ आशंकित भी। न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कई ऐसे भी मिले जिन्होंने माना कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम ने उनके स्ट्रेस लेवल को काफी हद तक कम करने में मदद की है।
पूर्वी दिल्ली स्थित एक निजी स्कूल की छात्रा ने कहा कि पीएम मोदी के परीक्षा पे चर्चा ने उसका बल बढ़ाया है। छात्रा ने कार्यक्रम की भी तारीफ करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम हमारे स्ट्रेस को कम करता है। हमारा बोर्ड का एग्जाम रहता है, तो कई लोग बार-बार हमें यह याद दिलाते हैं कि तुम्हारा बोर्ड का एग्जाम है, जिससे हमारे जेहन में जहां एक तरफ कई तरह के सवाल आते हैं, तो दूसरी तरफ एक तरह का मानसिक दबाव भी पैदा होता है। जिसको देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह कार्यक्रम हमारे लिए काफी हेल्पफुल साबित होता है।
10वीं के छात्र अभिषेक ने बताया कि पहले काफी स्ट्रेस रहता था। इस बार पीएम मोदी ने माता-पिता को भी जरूरी टिप्स दिए। मेरे पेरेंट्स ने भी सुना और मैंने बदलाव महसूस किया। मम्मी-पापा ने खूब मदद की। मेरे दोस्तों ने भी मुझे ऐसा ही कुछ बताया है।
छात्र वायद ने कहा कि मुझे अपनी तैयारी पर पूरा भरोसा है। मैं पास हो जाऊंगा। मैंने परीक्षा की तैयारी में किसी भी प्रकार की कसर नहीं छोड़ी है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का परीक्षा पे चर्चा भी हमारे लिए काफी हेल्पफुल रहा है। इससे हमारा स्ट्रेस कम हुआ।
10वीं की छात्रा अश्विनी नेगी ने कहा कि हमने परीक्षा को लेकर अपनी पूरी तैयारी की है। तैयारियों के दौरान हमने अपना पूरा बेस्ट दिया था। हमें पूरा विश्वास है कि हमारा रिजल्ट बेहतर रहेगा। परीक्षा पे चर्चा ने भी हमें तनाव मुक्त रहने के फायदे बताए हैं। एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण ने जो 5-4-3-2-1 गेम खिलाया था, मैंने और मेरे दोस्तों ने उसे आजमाया और काफी बदलाव महसूस किया।
अपने बच्चे को एग्जामिनेशन सेंटर में छोड़ने आए विमलेश यादव ने कहा कि बच्चे की तैयारी पूरी है, उम्मीद है कि नतीजा भी अच्छा आएगा।
कमल सिंह नेगी ने कहा कि मैंने अपने बच्चे को किसी भी प्रकार का मानसिक दबाव नहीं दिया। मैंने खुद अपने बच्चों को कहा कि आप किसी भी प्रकार का स्ट्रेस मत लो। पीएम मोदी की सलाह कि माता-पिता छात्रों को दूसरों के सामने मॉडल की तरह न खड़ा करें- ने मेरे दिल को छू लिया। अक्सर हम यही तो करते आए हैं। पीएम मोदी ने सचिन तेंदुलकर की मिसाल दी। उन्होंने बताया कि कैसे उनके पेरेंट्स बेटे के शौक के आड़े नहीं आए- इस बात ने भी मेरे जैसे कई अभिभावकों का मार्गदर्शन किया है।
–आईएएनएस
एसएचके/केआर