पसंदीदा ट‍िकाऊ लॉजिस्टिक्स पार्टनर के रूप में उभरी एस्सार की ग्रीनलाइन


मुंबई, 12 फरवरी (आईएएनएस)। एस्सार के ग्रीन मोबिलिटी इकोसिस्टम का हिस्सा और भारत की सबसे बड़ी स्वच्छ ईंधन लॉजिस्टिक्स प्रदाता ग्रीनलाइन, एलएनजी से चलने वाले ट्रकों के अपने बेड़े के साथ देश के सड़क माल उद्योग के डीकार्बोनाइजेशन को आगे बढ़ा रही है।

पर्यावरण के अनुकूल, उच्च प्रदर्शन वाले लॉजिस्टिक्स समाधान पेश करके, ग्रीनलाइन भारत की आपूर्ति श्रृंखला को बदल रही है, साथ ही प्रमुख उद्योगों को अपने कार्बन उत्‍सर्जन को कम करने और टिकाऊपन के लक्ष्यों को पूरा करने में मदद कर रही है।

एलएनजी से चलने वाले 500 से अधिक ट्रकों के बढ़ते बेड़े और मार्च 2025 तक 1000 तक बढ़ाने की योजना के साथ, ग्रीनलाइन देश के सबसे अधिक कार्बन-गहन क्षेत्रों में से एक से उत्सर्जन को पूरी सक्रियता से कम कर रही है।

ये ट्रक, 40 टन पेलोड ले जाने और एक टैंक पर 1,200 किलोमीटर तक की यात्रा करने में सक्षम हैं, जो एफएमसीजी और ऑटोमोटिव से लेकर तेल, गैस, धातु और खनन, सीमेंट, निर्माण और एक्सप्रेस डिलीवरी तक के क्षेत्रों के लिए गेम-चेंजर साबित हो रहे हैं।

भारत ऊर्जा सप्ताह की पृष्ठभूमि में, ग्रीनलाइन के सीईओ आनंद मिमानी ने कहा, “हमारा बेड़ा स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध जागरूक कॉरपोरेट्स के लिए हरित रसद की ओर बदलाव ला रहा है, जो भारत की आपूर्ति श्रृंखलाओं के भविष्य को सक्रिय रूप से आकार दे रहा है।”

ग्रीनलाइन ने पहले ही 9,231 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम कर दिया है, जो 3,69,000 से अधिक पेड़ लगाने के बराबर है। यह भारत के रसद उद्योग के लिए अधिक टिकाऊ भविष्य की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।

जैसे-जैसे टिकाऊ रसद समाधानों की मांग बढ़ रही है, ग्रीनलाइन भारत की अग्रणी कंपनियों के लिए पसंदीदा भागीदार के रूप में उभर रही है। जिससे उन्हें अपने स्थिरता लक्ष्यों को पूरा करने और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले कार्बन उत्‍सर्जन को कम करने में मदद मिल रही है।

भविष्य को देखते हुए, ग्रीनलाइन शॉर्ट-हॉल लॉजिस्टिक्स के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों के एकीकरण की भी खोज कर रही है। यह कदम ग्रीनलाइन की रणनीति के अनुरूप है, जो हरित गतिशीलता की ओर बदलाव में सबसे आगे रहने की है, जो भारत के स्थिरता लक्ष्यों और पर्यावरण-अनुकूल परिवहन में वैश्विक रुझानों दोनों के अनुरूप है।

–आईएएनएस

सीबीटी/


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