ब्रिटेन में 'ट्रंप प्रशासन जैसा' एक्शन, अवैध प्रवासियों को भेजा गया वापस, देश भर में छापेमारी
लंदन, 11 फरवरी, (आईएएनएस)। अमेरिका की तरह ब्रिटेन भी अवैध प्रवासियों को देश से बाहर निकालने की मुहिम जुटा है। हालांकि ऐसा लगता है कि इस मामले वह ट्रंप प्रशासन से खासा प्रभावित हुआ है। गृह मंत्रालय ने सोमवार को अवैध प्रवासियों को उनके गृह देशों में निर्वासित किए जाने का वीडियो जारी किया।
बता दें ट्रंप प्रशासन भी अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त रुख अपना रहा है और उन्हें देश से बाहर भेजने की कार्रवाई के वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर जारी कर रहा है।
ब्रिटिश गृह मंत्रालय ने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “संगठित आव्रजन अपराध दुनिया भर में एक बढ़ता हुआ खतरा है। मार्च में, यूके एक सीमा सुरक्षा शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा, जिसमें प्रवासी-तस्करी से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों, कानून प्रवर्तन भागीदारों और वैश्विक संस्थानों को एक साथ लाया जाएगा।’
मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि लेबर पार्टी के सत्ता में आने के बाद से लगभग 19,000 असफल शरणार्थियों, विदेशी अपराधियों और अन्य आव्रजन अपराधियों को अफ्रीका, एशिया, यूरोप और दक्षिण अमेरिका के देशों में वापस भेजा गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्रिटेन में अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के दायरे में भारतीय रेस्तरां, नेल बार, स्टोर और कार वॉश तक आए। इनमें बड़ी संख्या में अवैध प्रवासियों के काम करने की शिकायत मिली थी।
गृह सचिव यवेट कूपर ने कहा कि उनके विभाग की आव्रजन प्रवर्तन टीमों ने जनवरी में 828 परिसरों पर छापे मारे, जो पिछले साल की तुलना में 48 फीसदी ज्यादा है । वहीं 609 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जो पिछले साल की तुलना में 73 प्रतिशत ज्यादा है।
विभाग ने कहा कि रेस्तरां, टेकअवे और कैफे के साथ-साथ फूड, डिर्क, और तंबाकू उद्योग के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की गई। उत्तरी इंग्लैंड के हंबरसाइड में एक भारतीय रेस्तरां से सात व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।
–आईएएनएस
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