जयपुर के छात्रों ने सुना 'परीक्षा पे चर्चा', मिला समय प्रबंधन का मंत्र


जयपुर, 10 फरवरी (आईएएनएस)। जयपुर के केंद्रीय विद्यालय गांधीनगर के छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम को सुना। छात्रों ने बताया कि इस कार्यक्रम से उन्हें परीक्षा के तनाव को कम करने और अपने जीवन में परीक्षा के साथ-साथ अन्य जिम्मेदारियों को बेहतर तरीके से मैनेज करने के बारे में बहुत कुछ सीखने को मिला। पीएम मोदी ने इस चर्चा के दौरान बच्चों को अपने विचारों को संतुलित रखने और आत्मविश्वास बनाए रखने की बातें सिखाईं।

छात्र सारांश ने आईएएनएस को बताया कि पीएम मोदी की सबसे अच्छी बात मुझे यह लगी कि हमें समय का सही प्रबंधन कैसे करना चाहिए। हमें अपनी दैनिक गतिविधियों को सूचीबद्ध करना चाहिए और जिन क्षेत्रों में हम कमजोर हैं, उन पर ज्यादा समय देना चाहिए, जबकि जिनमें हम अच्छे हैं, उन पर कम ध्यान देना चाहिए। इससे हम हर क्षेत्र में बेहतर परफेक्शन ला सकते हैं।

एक अन्य छात्र ने कहा कि परीक्षा हमारी जिंदगी का केवल एक हिस्सा है। पीएम मोदी की यह सलाह बहुत अच्छी लगी कि जीवन में हर चीज को संतुलित तरीके से देखना चाहिए। पढ़ाई के साथ-साथ खेल और अन्य गतिविधियों को भी समान महत्व देना चाहिए। उसने उदाहरण के तौर पर कहा कि वह बैडमिंटन खिलाड़ी है और पढ़ाई के साथ बैडमिंटन को भी उतना ही समय देता है।

एक और छात्र ने कहा कि उन्हें पीएम मोदी की यह सलाह बहुत अच्छी लगी कि हमें तकनीक का सही उपयोग करना चाहिए। आजकल के बच्चों के पास व्यक्तिगत मोबाइल होते हैं, जिनका उपयोग वे पढ़ाई के लिए कर सकते हैं। उसने बताया कि वह खुद सेल्फ स्टडी करता है और जब उसे कोई संदेह होता है, तो वह अपने शिक्षक से ऑनलाइन मदद लेता है। उसने कहा कि तकनीकी का सीमित उपयोग और शिक्षक से मार्गदर्शन प्राप्त करना बहुत प्रभावी होता है।

छात्रा द‍िव्‍यांशी ने बताया कि पीएम मोदी के इस कार्यक्रम में सबसे अच्छी बात यह लगी कि उन्होंने बताया कि परीक्षा ही सब कुछ नहीं है। अगर हम परीक्षा में असफल होते हैं, तो इसका मतलब यह नहीं कि हमारी जिंदगी भी असफल हो गई। उन्होंने यह भी कहा कि फेल का मतलब फर्स्ट अटेम्प्ट इन लर्निंग है। यदि हम मेहनत करें और ध्यान केंद्रित करें, तो हम हर क्षेत्र में सफलता पा सकते हैं। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि हमें खेल, एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी और पढ़ाई पर संतुलित रूप से ध्यान देना चाहिए।

–आईएएनएस

पीएसके/सीबीटी


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