हमास की कैद से मिली रिहाई तो पता चला 'खौफनाक सच', 16 महीने पहले हो गई थी पत्नी और दो बेटियों की हत्या


यरुशलम, 9 फरवरी (आईएएनएस)। हमास की कैद से शनिवार को रिहा हुए एली शराबी को इस बात की जानकारी नहीं थी कि उसकी पत्नी और दो बेटियों की 7 अक्टूबर हमले में हत्या कर दी गई थी। एली के साथ ओहद बेन अमी और ऑर लेवी को भी रिहा किया गया था।

रिहा होने पर अपनी भावनाओं के बारे में पूछे जाने पर, एली (52) ने कहा, “मैं आज बहुत खुश हूं। मैं अपने परिवार और दोस्तों, अपनी पत्नी और बेटियों के पास वापस आकर खुश हूं।”

491 दिन कैद में बिताने के बाद, उन्हें यह नहीं पता था कि उनकी पत्नी लियान और बेटियों नोया (16) और याहेल (13) की किबुत्ज बेरी में उनके घर में हत्या कर दी गई थी।

एली का दुख तब और बढ़ गया जब उन्हें यह भी बताया गया कि उनके भाई योसी शराबी की कैद में ही मृत्यु हो गई और उनका शव अभी भी गाजा में ही है।

इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने सोशल मीडिया पर एली की मां और बहन के साथ एक तस्वीर साझा करते हुए कहा, “इन क्षणों में, हम उनकी पत्नी लियान, दो बेटियों – याहेल और नोइया को याद करते हैं, जिनकी 7 अक्टूबर को हमास द्वारा हत्या कर दी गई थी, साथ ही उसके भाई योसी को भी, जिसका अपहरण कर लिया गया था और कैद में हत्या कर दी गई।”

एली और दो अन्य बंधकों की रिहाई गाजा युद्धविराम समझौते के तहत हुई। इन तीनों की रिहाई के बदले में इजरायल ने 183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया।

हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमला करके 251 लोगों को बंधक बना लिया और लगभग 1,200 लोगों को मार डाला था जिसके बाद युद्ध शुरू हो गया।

गाजा पट्टी पर इजरायल के हमले में कम से कम 48,181 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि इजरायल के हमलों से गाजा की लगभग दो-तिहाई इमारतें क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गई हैं।

–आईएएनएस

एमके/


Show More
Back to top button