नोएडा, 1 फरवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी से वृद्धि देखने को मिल रही है। वर्ष 2024 में उत्तर प्रदेश में कुल 259 रियल एस्टेट परियोजनाओं का रजिस्ट्रेशन हुआ। इन परियोजनाओं के माध्यम से लगभग 2 लाख 70 हजार से अधिक परिवारों को अपना घर मिलेगा।
यूपी रेरा से मिली जानकारी के मुताबिक लखनऊ में 61 और गौतमबुद्धनगर में 51 परियोजनाएं लॉन्च की गई हैं। लखनऊ में लगभग 54 हजार और गौतमबुद्धनगर में लगभग 1 लाख 10 हजार नए घर बनाए जाएंगे। इन परियोजनाओं के लिए करीब 45 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि रेरा ने इन परियोजनाओं का पंजीकरण प्रमाण-पत्र जारी करने से पहले इनकी सघन छानबीन की है, जिससे घर खरीदारों के लिए जोखिम की संभावना कम हो गई है। प्रदेश में पिछले वर्षों की तुलना में अब रियल एस्टेट परियोजनाओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। खासतौर से लखनऊ में अधिक परियोजनाएं पंजीकृत हो रही हैं, जबकि पहले गौतमबुद्धनगर में ज्यादा परियोजनाएं आती थीं। हालांकि, गौतम बुद्ध नगर में निर्माण होने वाले घरों की संख्या लखनऊ से अधिक है।
लखनऊ की परियोजनाओं की लागत लगभग 6,140 करोड़ रुपये है, जबकि गौतमबुद्धनगर की परियोजनाओं की लागत लगभग 21 हजार करोड़ रुपये है। इन परियोजनाओं के लिए लखनऊ की भूमि का क्षेत्रफल लगभग 10 लाख वर्ग मीटर है, जबकि गौतमबुद्धनगर में यह क्षेत्रफल 13.5 लाख वर्ग मीटर है।
आंकड़ों के अनुसार, गौतम बुद्ध नगर में ऊंची इमारतों का निर्माण हो रहा है, जो मध्य और उच्च वर्ग के उपभोक्ताओं की मांग को ध्यान में रखते हुए बनाए जा रहे हैं। इसके बाद गाजियाबाद में भी रियल एस्टेट परियोजनाओं की संख्या बढ़ी है। प्रदेश के चार भौगोलिक क्षेत्रों में परियोजनाओं का विकास हो रहा है।
विवरण के मुताबिक एनसीआर में 88 परियोजनाएं, जिनका क्षेत्रफल 18,84,684 वर्ग मीटर होगा और इनमें 1,60,490 यूनिट्स बनेंगी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 63 परियोजनाएं, जिनका क्षेत्रफल 19,16,877 वर्ग मीटर है और इनमें 26,326 यूनिट्स का निर्माण होगा। इसके अलावा मध्य क्षेत्र में 91 परियोजनाएं, जिनका क्षेत्रफल 16,25,986 वर्ग मीटर है और 71,579 यूनिट्स का निर्माण होगा। वहीं, पूर्वी क्षेत्र में 16 परियोजनाएं हैं, जिनका क्षेत्रफल 18,92,503 वर्ग मीटर है और इनमें भी 12,215 यूनिट्स का निर्माण होगा।
उत्तर प्रदेश रेरा के अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी ने बताया कि सरकार की विकासोन्मुखी नीतियों और प्रदेश में आधारभूत सुविधाओं के विकास के कारण रियल एस्टेट सेक्टर को गति मिल रही है। बड़े शहरों के साथ-साथ छोटे और माध्यमिक शहरों में भी घर खरीदारों की रुचि बढ़ी है। रेरा की सख्त निगरानी और पारदर्शिता के कारण परियोजनाएं अब समय पर पूरी हो रही हैं, इससे उपभोक्ताओं का विश्वास भी बढ़ा है। यह सब प्रदेश की प्रगति के लिए एक अच्छा संकेत है, क्योंकि इससे न केवल रियल एस्टेट सेक्टर को बल मिलेगा, बल्कि आम लोगों के लिए भी आवास सुविधाएं सुलभ होंगी।
–आईएएनएस
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