नई दिल्ली, 26 नवंबर (आईएएनएस)। भारत के पूर्व मुख्य कोच ग्रेग चैपल का मानना है कि पर्थ में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज के पहले मैच में भारत से 295 रन से मिली हार के बाद आस्ट्रेलिया का शीर्ष क्रम मेजबान टीम के लिए बड़ी चिंता का विषय है।
भारत की यह जीत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में रनों के अंतर से सबसे बड़ी जीत थी। पिछली सबसे बड़ी जीत 1977 में मिली थी, जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया में अपना पहला टेस्ट मेलबर्न में जीता था। यह ऑस्ट्रेलिया में उनकी 10वीं टेस्ट जीत भी थी।
पहले बल्लेबाजी करने के बाद भारत सिर्फ 150 रन पर आउट हो गया, लेकिन पूर्णकालिक कप्तान रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में कप्तान के रूप में खड़े जसप्रीत बुमराह ने शानदार गेंदबाजी से मैच में भारत का कमबैक कराया और ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ 104 रन पर समेट दिया। उन्होंने पूरे मैच में कुल आठ विकेट लिए।
चैपल ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड में अपने कॉलम में लिखा, “ऑस्ट्रेलिया का बल्लेबाजी प्रदर्शन ज्यादा चिंताजनक था। जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में भारत के गेंदबाज ज्यादा खतरनाक दिखे। वैसे, बुमराह के एक्शन पर सवाल उठाने की बकवास बंद करें। यह अनोखा है, लेकिन यह बिल्कुल साफ है। इस पर बात करना चैंपियन परफ़ॉर्मर और खेल को नीचा दिखाता है। शीर्ष क्रम एक बड़ी चिंता है। मजबूरी में बदलाव से बचने के लिए, उन्हें एडिलेड में अच्छा प्रदर्शन करना होगा।”
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन दबाव का सामना कर रहे हैं, क्योंकि उन्होंने जुलाई 2023 के बाद से कोई शतक नहीं लगाया है। पहले टेस्ट में वे 52 गेंदों पर 2 और पांच गेंदों पर 3 रन बनाकर आउट हो गए थे। चैपल का मानना है कि दाएं हाथ का यह बल्लेबाज रन बनाने के बजाय जीवित रहने के लिए खेल रहा है।
भारत ने पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया को 104 रन पर आउट करके 46 रन की बढ़त हासिल कर ली थी, जिसके बाद यशस्वी जायसवाल (161) और केएल राहुल (77) ने एक बड़े स्कोर की नींव रखी।
दोनों ने मिलकर 201 रन जोड़े, ऑस्ट्रेलिया में भारत के लिए सबसे बड़ी ओपनिंग विकेट की साझेदारी है।
चैपल ने उभरते सुपरस्टार जायसवाल की तारीफ की और उन्हें एक निडर क्रिकेटर बताया जो सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली जैसे भारतीय बल्लेबाजों की राह पर चल रहा है।
–आईएएनएस
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