स्विगी आईपीओ : लगातार घाटे और शुरुआती कारोबार में अस्थिरता को लेकर निवेशक सर्तक

स्विगी आईपीओ : लगातार घाटे और शुरुआती कारोबार में अस्थिरता को लेकर निवेशक सर्तक

मुंबई, 13 नवंबर (आईएएनएस)। फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी के सकारात्मक लिस्टिंग को लेकर शेयर बाजार में उत्साह है। लेकिन, शुरुआती कारोबार में अस्थिरता निवेशकों की सतर्कता को दर्शाती है। यह बयान बाजार के जानकारों ने बुधवार को दिया।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर स्विगी का शेयर अपने इश्यू प्राइस 390 रुपये के मुकाबले 7.7 प्रतिशत की तेजी के साथ 420 रुपये पर खुला। हालांकि, कारोबार के अंत में फूड डिलीवरी कंपनी का शेयर 17 प्रतिशत की तेजी के साथ 456 रुपये पर बंद हुआ।

बजाज ब्रोकिंग रिसर्च ने कहा, “वह भारत के उभरते फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स क्षेत्रों में आगे की बाजार हिस्सेदारी हासिल करने के लिए स्विगी की क्षमता के बारे में आशावादी है, लेकिन कंपनी के लिए फिलहाल मुनाफा कमाने का रास्ता कठिन लगता है।”

स्विगी ने प्रभावशाली विकास क्षमता दिखाई है, फिर भी हाल के वित्तीय वर्षों में लगातार घाटे ने भविष्य में चुनौतियों का संकेत दिया है।

ब्रोकरेज ने कहा, “निवेशकों को गतिशील यात्रा के लिए तैयार रहना होगा क्योंकि कंपनी स्थायी वित्तीय प्रदर्शन के साथ विस्तार को संतुलित करना चाहती है।”

पिछले तीन वित्तीय वर्षों में स्विगी ने लगातार स्टैंडअलोन और कंसोलिडेशन आधार पर घाटा दर्ज किया है। वित्त वर्ष 2021-22 में कुल आय 6,119.78 करोड़ रुपये थी, जबकि घाटा 3,628.90 करोड़ रुपये था।

इसके बाद वित्त वर्ष 2022-23 में कुल आय बढ़कर 8714.45 करोड़ रुपये हो गई, लेकिन घाटा भी बढ़कर 4,179.31 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2023-24 में कुल आय बढ़कर 11,634.35 करोड़ रुपये हो गई, जबकि शुद्ध घाटा कम होकर 2,350.24 करोड़ रुपये रह गया।

वित्त वर्ष 2024-25 की जून तिमाही में कंपनी ने कुल 3,310.11 करोड़ रुपये का राजस्व और 611.01 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया।

स्विगी की ओर से अभी वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के नतीजे घोषित किए जाना बाकी है।

बजाज ब्रोकिंग की ओर से कहा गया कि यह आंकड़े दिखाते हैं कि कंपनी लगातार घाटा दर्ज कर रही है।

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (रिसर्च), प्रशांत तापसे ने कहा कि जिन निवेशकों को अलॉटमेंट मिला है। उन्हें छोटी अवधि में उतार-चढ़ाव और प्रतिस्पर्धा की चिंता किए बिना इसे लंबी अवधि के लिए होल्ड करना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा कि जिन निवेशकों को अलॉटमेंट नहीं मिला है। उन्हें शेयर के आईपीओ प्राइस पर आने का वापस इंतजार करना चाहिए।

–आईएएनएस

एबीएस/एबीएम

E-Magazine