कर्नाटक सरकार चरणबद्ध तरीके से गारंटी योजनाओं को समाप्त करने की तैयारी कर रही : कुमारस्वामी

कर्नाटक सरकार चरणबद्ध तरीके से गारंटी योजनाओं को समाप्त करने की तैयारी कर रही : कुमारस्वामी

बेंगलुरु, 31 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने गुरुवार को कहा कि कर्नाटक सरकार चरणबद्ध तरीके से सभी पांच गारंटी योजनाओं को समाप्त करने के लिए एक मंच तैयार कर रही है।

कुमारस्वामी ने चन्नापटना विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, “उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि कई महिलाओं ने उनसे शक्ति मुफ्त यात्रा योजना के बारे में बात की और कहा कि वे टिकट की कीमत चुकाने के लिए तैयार हैं।”

कुमारस्वामी ने दावा किया, “यह पहला चरण है। यह संदेश है कि वे राज्य में एक के बाद एक सभी पांच गारंटियों को समाप्त करने के लिए मंच तैयार कर रहे हैं।”

उन्होंने पूछा, “क्या यह संभव है कि कोई यह कहे कि उनके पास कोई वित्तीय समस्या नहीं है और महिलाओं के लिए शक्ति मुफ्त यात्रा योजना बंद कर दी जानी चाहिए?”

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “उन्होंने पहले ही अन्न भाग्य योजना के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। इस योजना के तहत बीपीएल परिवार के हर सदस्य को 10 किलो मुफ्त चावल दिया जाता है। वे हर तालुका में 3,000 से 4,000 बीपीएल कार्ड रद्द कर रहे हैं। उन्होंने राज्य में 20 लाख बीपीएल कार्ड रद्द कर दिए हैं। यह एक के बाद एक गारंटी वापस लेने का संकेत है।”

उन्होंने कहा कि असली चेहरा जल्द ही सामने आ जाएगा। कर्नाटक एक संसाधन संपन्न राज्य है और प्रबंधन की खामियों के कारण इसकी अर्थव्यवस्था को नुकसान हुआ है। राज्य की जनता ने कर्नाटक के खजाने को कभी खाली नहीं होने दिया। लेकिन मौजूदा सरकार अलग-अलग उद्देश्यों के लिए पैसे की हेराफेरी कर रही है और इसलिए राज्य वित्तीय संकट का सामना कर रहा है।

चन्नापटना उपचुनाव में भाजपा नेताओं के सहयोग के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “भाजपा नेताओं ने चन्नापटना सीट जीतने के लिए प्यार और संकल्प के साथ जिम्मेदारी ली है, उन पर कोई दबाव नहीं है। भाजपा और जेडीएस का गठबंधन अस्थायी नहीं है। दूसरों के कारण इसे झटका लगा था, जिसके कारण मुझे और लोगों को भी परेशानी हुई।”

उन्होंने कहा, “दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन भविष्य में भी जारी रहेगा और सभी भाजपा नेता इस दिशा में काम कर रहे हैं।

–आईएएनएस

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