भगोड़ा इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक ने पीआईए वाले बयान के लिए मांगी माफी

भगोड़ा इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक ने पीआईए वाले बयान के लिए मांगी माफी

इस्लामाबाद, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। भगोड़ा इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक ने शुक्रवार को पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) पर अपनी हालिया टिप्पणी के लिए माफी मांगी। पाकिस्तान के मौजूदा दौरे के दौरान उसके विवादास्पद बयानों की पूरे देश में कड़ी आलोचना हो रही है।

इस सप्ताह की शुरुआत में नाइक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें उसने पिछले महीने पाकिस्तान यात्रा के दौरान अतिरिक्त बैगेज चार्ज लगाने के लिए पीआईए का उपहास उड़ाया था।

नाइक ने कराची में अपने एक व्याख्यान के दौरान कहा था, “मैं पाकिस्तान आ रहा था। हमारा सामान 1000 किलोग्राम था। मैंने पीआईए के सीईओ से बात की। स्टेशन मैनेजर ने मुझसे कहा कि वह मेरे लिए कुछ भी करने को तैयार है। मैंने जवाब दिया, ‘मेरे पास 500 से 600 किलोग्राम अतिरिक्त सामान है।’ उन्होंने मुझे 50 प्रतिशत छूट की पेशकश की। मैंने उनसे साफ कह दिया कि या तो सामान मुफ्त में ले जाने दें या बात को यहीं खत्म करें।”

उन्होंने कहा, “भारत में मुझे मुफ्त में छोड़ दिया जाता है, क्योंकि वे मुझे देखते ही 1000-2000 किलोग्राम का सामान माफ कर देते हैं। और यहां पाकिस्तान में, जहां मैं सरकार का अतिथि हूं और मेरे वीजा पर ‘राज्य अतिथि’ की मुहर लगी है, सीईओ मुझे 50 प्रतिशत की छूट दे रहे हैं। मुझे बहुत निराशा हुई। मैंने उनसे कहा कि मुझे आपकी छूट नहीं चाहिए… मुझे बुरा लग रहा है, लेकिन यह सच है, पाकिस्तान में यही स्थिति है।”

एक पाकिस्तानी कंटेंट क्रिएटर ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “जिसने भी जाकिर नाइक को आमंत्रित किया है, कृपया उसे दोबारा न बुलाएं! हालांकि, पीआईए को पूरी कीमत मांगनी चाहिए थी। कोई भी वास्तविक इस्लामी उपदेशक कभी भी विशेष सुविधा की मांग नहीं करेगा – या कम से कम, जब उन्हें यह न मिले तो वह सार्वजनिक रूप से इसकी शिकायत नहीं करेगा!”

पाकिस्तान में लैंगिक समानता के लिए लड़ने वाली पत्रकार अबसा कोमल ने लिखा, “यह आदमी जाकिर नाइक सोचता है कि 13-14 साल की अनाथ लड़कियां ‘ख्वातीन’ (महिलाएं) हैं और वह उनके साथ मंच साझा नहीं कर सकता। वह सार्वजनिक रूप से राष्ट्रीय एयरलाइनों की सामान शुल्क माफी से इनकार करने के लिए आलोचना करता है, यह भी कहता है कि जो महिलाएं किसी की दूसरी पत्नी बनने की बजाय अविवाहित रहना चुनती हैं, वे सार्वजनिक संपत्ति (बाजारू) हैं। वह एक पख्तून लड़की को पीडोफीलिया के बारे में एक वैध सवाल पूछने के लिए भी डांटता है। इन सबके बावजूद, कुछ और अनुयायी और कुछ दिमागी रूप से मृत लोग उसका बचाव कर रहे हैं। स्पष्ट रूप से हम एक राष्ट्र के रूप में अहंकारी लोगों और महिला-द्वेषियों के लिए आकर्षक हैं। राज्य को समझदार लोगों को आमंत्रित करना चाहिए, हमारे पास पहले से ही सड़कों पर घूमने वाले ऐसे बहुत से लोग हैं। ये रॉन्ग नंबर है!”

यह महसूस करते हुए कि उनकी टिप्पणियों की भारी आलोचना हुई है, नाइक ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और इस बात पर जोर दिया कि वह इस बारे में लगभग भूल ही गए थे, क्योंकि उनका अंतिम लक्ष्य ऐसे सांसारिक मामलों पर ध्यान देने की बजाय “स्वर्ग का पासपोर्ट” हासिल करना है।

उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान दर्शकों से कहा, “यदि मेरे शब्दों से मेरे पाकिस्तानी भाइयों को असुविधा हुई है तो मैं ईमानदारी से माफी मांगता हूं।”

हालांकि, नाइक धार्मिक घृणा और उग्रवाद फैलाने तथा धन शोधन के मामलों में कथित संलिप्तता के आरोपों के चलते भारत में वांछित है। उसे अपनी जिहादी मानसिकता को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान में आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के निमंत्रण पर पाकिस्तान के व्यापक दौरे पर अपने बेटे शेख फारिक जाकिर के साथ 30 सितंबर को इस्लामाबाद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद से ही वह विवादों में घिरे हुए हैं।

एक पाकिस्तानी सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ने शुक्रवार को एक्स पर लिखा, “हम वास्तव में जाकिर नाइक जैसे व्यक्ति के लायक नहीं हैं, एक अज्ञानी, पुराना और अतिवादी व्यक्ति जो पाषाण युग में भी फिट नहीं बैठता। अगर वह आपका आदर्श है, तो खुद को कैद कर लें, या फिर किसी ना-महरम की एक नजर भी आपको नरक में भेज देगी।”

उन्होंने कहा, “मैं माफी मांगना चाहता हूं कि 15-20 साल पहले, मेरी अज्ञानता और अपरिपक्वता के कारण, मैं उनसे बहुत प्रभावित था। हालांकि, आज मुझे बहुत शर्म आती है, और मैं घोषणा करता हूं कि जाकिर नाइक अन्य धार्मिक मौलवियों की तरह ही नीच और भ्रष्ट है।”

–आईएएनएस

आरके/एकेजे

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