वायु प्रदूषण के समाधान के ल‍िए निवेश की जरूरत : संयुक्त राष्ट्र


नैरोबी, 7 सितंबर (आईएएनएस)। वायू प्रदूषण सार्वजनिक स्वास्थ्य, पर्यावरण और आर्थिक समस्याओं का कारण बन रहा है। इस समस्‍या के समाधान के लिए निवेश की जरूरत है। दरअसल, शनिवार को दुनिया में ‘नीले आसमान के लिए स्वच्छ वायु का पांचवां वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया गया’। इसमें स्वच्छ वायु के लिए निवेश का आह्वान किया गया।

स्वच्छ वायु के अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर दुनिया भर में कार्यक्रम हुए। दक्षिण अफ्रीका ने दो दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया और यूएनईपी ने एक वेबिनार के माध्यम से बताया कि अफ्रीकी शहर खुले में कचरे को जलाने से कैसे बच सकते हैं।

आज 99 प्रतिशत से अधिक आबादी प्रदूषित हवा में सांस ले रही है। इसके कारण प्रतिवर्ष 80 लाख से अधिक लोगों की मृत्यु हो जाती है। इनमें पांच वर्ष से कम आयु के 700,000 से अधिक बच्चे भी शामिल हैं। प्रदूषित हवा, महिलाओं, बच्चों और वृद्ध लोगों को प्रभावित करती है।

समय से पहले मृत्यु के लिए वायु प्रदूषण दूसरे सबसे बड़ा कारण बन गया है। वयस्‍कों की मृत्यु के लिए यह तंबाकू से आगे निकल गया है।

पांच साल से कम उम्र के बच्चों के मौत के मामले में यह कुपोषण के बाद दूसरे स्थान पर है। वायु प्रदूषण से हर साल दुनिया को अकेले स्वास्थ्य क्षति के रूप में 8.1 ट्रिलियन का नुकसान होता है। प्रदूषण अर्थव्यवस्थाओं को भी प्रभावित कर रहा है।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने स्वच्छ वायु के लिए कुछ बिंदुओं पर ध्यान देने के लिए कहा है। जैसे जीवाश्म ईंधन की समाप्ति, वायु गुणवत्ता निगरानी को मजबूत करना, वायु गुणवत्ता मानकों को लागू करना, नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देना, स्वच्छ खाना पकाने में बदलाव, टिकाऊ परिवहन और टिकाऊ अपशिष्ट प्रबंधन प्रणालियों का निर्माण करना, मीथेन सहित हानिकारक उत्सर्जन को कम करने के लिए कार्रवाई की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा, अच्छी खबर यह है कि वायु प्रदूषण को रोका जा सकता है और दुनिया भर के लोग इस संकट से निपटने के लिए आगे आ रहे हैं।

यह साबित करता है कि बदलाव संभव है, कुछ शहरों में वायु प्रदूषण का स्तर कम हुआ है। देशों ने वायु प्रदूषण से व्यापक रूप से निपटने के लिए एकीकृत योजनाएं विकसित की हैं।

–आईएएनएस

डीकेएम/सीबीटी


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