पंजाब में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन, एडीजी ने कहा- जनता का सहयोग जरूरी


बठिंडा, 28 अगस्त (आईएएनएस)। पंजाब को नशामुक्त प्रदेश बनाने के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। इसके लिए एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन किया गया है। पुलिस भी नशे को जड़ से खत्म करने के लिए खास मुहिम चला रही है।

एडीजीपी सुरेंद्र पाल सिंह परमार ने बठिंडा जिले में बुधवार को नशे के खिलाफ काम कर रही संस्थाओं और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि नशा आज समाज के लिए चिंता का विषय है जिसके चलते हर वर्ग दुखी है। नशे के कारण ही लूट मार और चोरियां जैसी घटनाएं हो रही हैं। इसलिए नशे का सफाया करना बहुत जरूरी है।

उन्होंने कहा कि नशे का सफाया करने के लिए आम लोगों को भी पुलिस का सहयोग करना चाहिए। ताकि पुलिस ड्रग स्मगलर के खिलाफ कार्रवाई कर सके। अगर किसी व्यक्ति को नशा तस्कर की जानकारी है तो इसकी जानकारी तुरंत पुलिस की दी जाए, ना की कानून को हाथ में लें। क्योंकि इसका अधिकार सिर्फ पुलिस के पास है।

उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ स्कूलों में जाकर भी बच्चों को जागरूक किया जाएगा। बच्चों को खेलों के साथ जोड़ने पर बल दिया जा रहा है, ताकि उन्हें नशे के दलदल में फंसने से बचाया जा सके।

बता दें कि पंजाब को नशा मुक्त बनाने के लिए भगवंत मान सरकार ने नई एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन करने का फैसला किया है। यह पहले से ही काम रही रही स्पेशल टास्क फोर्स को अपडेट कर बनाई गई है। एंटी नारकोटिक टास्क फोर्स का उद्देश्य पंजाब में ड्रग्स को खत्म करना होगा।

एंटी नारकोटिक टास्क फोर्स में हेल्पलाइन नंबर 9779100200 की भी सुविधा होगी। इसकी सहायता से लोग नशा तस्करी और तस्करों के बारे में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को जानकारी दे सकेंगे। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा। साथ ही कार्रवाई होने की सूचना भी दी जाएगी।

मोहाली में टास्क फोर्स इंटेलिजेंस और टेक्निकल यूनिट भी स्थापित की गई है। यहां पर वॉट्सऐप समेत जिन तकनीकों का प्रयोग तस्कर करते हैं, उन पर नजर रखी जाएगी। नशे को खत्म करने की दिशा में सरकार का यह अहम कदम माना जा रहा है।

–आईएएनएस

एसएम/एसकेपी


Show More
Back to top button