2028 ओलंपिक में एक और मेडल लाने की तैयारी में जुटी भारतीय हॉकी टीम

2028 ओलंपिक में एक और मेडल लाने की तैयारी में जुटी भारतीय हॉकी टीम

नई दिल्ली, 10 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय हॉकी टीम ने 2024 पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीता। भारत ने टोक्यो ओलंपिक में भी कांस्य पदक जीता था। इसके बाद, हॉकी इंडिया लगातार दूसरा पदक जीतकर 1972 के म्यूनिख ओलंपिक के बाद से ऐसा करने वाली पहली भारतीय टीम बन गई।

शानदार जीत के बाद, टीम शनिवार को भारत लौटी और भारतीय हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने मेजर ध्यानचंद के नाम पर बने स्टेडियम में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और आईएएनएस से बात की।

मिडफील्डर विवेक सागर प्रसाद ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “देश का प्रतिनिधित्व करना हमारे लिए और हमारे परिवार के लिए बहुत गर्व की बात है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इतने बड़े मंच पर आप खुद को कैसे संभालते हैं। हमें उम्मीद है कि हम 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में और भी रिकॉर्ड तोड़ेंगे और एक और पदक लाएंगे।”

भारत ने पेरिस में कांस्य पदक मैच में स्पेन को 2-1 से हराकर लगातार दूसरा पदक हासिल किया। टीम ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया। भारत ने पूल मैच में बेल्जियम से हारने के बाद, केवल विश्व चैंपियन जर्मनी से सेमीफाइनल में 2-3 से हार का सामना किया।

भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “देश के लिए पदक जीतना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। ओलंपिक जाने से पहले, हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले, और जीतने के बाद भी हमने उनसे बात की। यह हमारे लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण और विशेष अनुभव है।”

राज कुमार पाल ने कहा, “हमारा मुख्य ध्यान फाइनल में खेलने पर था, लेकिन हम जर्मनी से हार गए। हालांकि, हम अभी भी पदक लेकर आए और हमारे देश के लोगों का प्यार और समर्थन मिला।”

पूरी टीम ने पूरे टूर्नामेंट में एक इकाई की तरह खेला, लेकिन हरमनप्रीत सिंह और पीआर श्रीजेश टीम की सफलता के पीछे दो मुख्य स्तंभ थे, क्योंकि ये दोनों भारत के गोल और डिफेंस के केंद्र बिंदु थे। कप्तान हरमनप्रीत ने अपना शानदार स्कोरिंग फॉर्म जारी रखा और कांस्य पदक मैच में जीत सुनिश्चित करने के लिए दो गोल किए।

डिफेंडर जर्मनप्रीत सिंह ने कहा, “जैसे ही हमने पदक जीता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमसे बात की और हमें बधाई दी। वह बहुत खुश थे। आप बता सकते थे कि उन्होंने जिस तरह से हमसे बात की थी, उन्होंने हर खेल देखा था।”

–आईएएनएस

एएस/

E-Magazine