अंग्रेजों को फॉलो न कर हिंदुओं को सनातन धर्म की तरफ लौटना चाहिए : नियाज खान

अंग्रेजों को फॉलो न कर हिंदुओं को सनातन धर्म की तरफ लौटना चाहिए : नियाज खान

भोपाल, 1 अगस्त (आईएएनएस)। आईएएस नियाज खान ने अपनी पुष्तक ‘ब्राह्मण द ग्रेट पार्ट-2’ को लेकर आईएएनएस से खास बातचीत की और किताब के कई बिंदुओं पर खुलकर चर्चा की।

आईएएस नियाज खान ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा,”सनातन धर्म हजारों साल पुराना है। लेकिन हम लोगों ने अंग्रेजों का नकल करना शुरू किया, तो सनातन की दशा खराब हुई। हम अपने सनातन धर्म को भूलते जा रहे हैं और यूरोपीय ट्रेडेशन को फॉलो कर रहे हैं। हॉलीवुड मूवी को देखकर अंग्रेजों की चीजों को हम फॉलो करके हम खुद को अंग्रेज समझने लगे हैं।”

उन्होंने कहा कि हिंदुओं को सनातन की तरफ लौटना चाहिए। अंग्रेजों को फॉलो नहीं करना चाहिए। भौतिक विकास की जगह आध्यात्मिक विकास पर ध्यान देना चाहिए।

अपनी किताब में धर्मतंत्र शब्द के जिक्र के बारे में उन्होंने बताया, “हमारे जो धार्मिक गुरु हैं, उनको सम्मान दिया जाना चाहिए। महत्वपूर्ण विषयों पर उनसे सलाह लिया जाना चाहिए और वेदों की गाइडलाइन के हिसाब से हमें चलना चाहिए।”

उन्होंने बताया, सनातन धर्म दुनिया का इकलौता धर्म है, जो सभी जीव-जंतुओं के कल्याण की बात करता है। बॉलीवुड की फिल्मों में हिंदू धर्म, पंडितों और पुजारियों का मजाक बनाया जा रहा है। उनको लगता है कि धर्म के अंदर लोगों का शोषण हो रहा है, लेकिन वो एक आध्यात्मिक जीवन दे रहा है। देश के 140 करोड़ लोगों की आस्था जुड़ा है।

मध्य प्रदेश के मदरसों पर हो रही कार्रवाई का समर्थन करते हुए नियाज़ ख़ान ने कहा कि “मदरसे में विज्ञान पढ़ाया जाए और उसके साथ उर्दू-अरबी पढ़ाया जाए, तो सही रहेगा। अगर आप उसको सिर्फ धार्मिक शिक्षा देंगे तो बच्चे का दिमाग कुंद हो जाएगा वो उससे अधिक सोच ही नहीं पाएगा। “

–आईएएनएस

एससीएच/सीबीटी

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