मेरठ, 20 जुलाई (आईएएनएस)। यूपी में कांवड़ यात्रा मार्ग पर पड़ने वाली दुकानों के बाहर नेम प्लेट लगाने को लेकर सियासत जारी है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता लगातार इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। मेरठ कैंट सीट से भाजपा विधायक अमित अग्रवाल ने सरकार के कदम को सही बताया है।
भाजपा विधायक अमित अग्रवाल ने कहा कि यह बहुत अच्छा निर्णय है, उत्तराखंड सरकार ने भी इसको लागू किया है। हरिद्वार में कांवड़ यात्रा कोई सैर सपाटा नहीं है, यह एक धार्मिक यात्रा है। धार्मिक यात्रा में इतना प्रतिबंध है कि जो कांवड़िया अपने घर से जाता है, उसके घर में भी पराठा नहीं बनता है। इतना अनुशासन रखना पड़ता है, इतने नियम से जो यात्रा होगी उसमें प्याज, लहसुन, नॉनवेज नहीं खाना है, कांवड़ लेकर जाने वाले का यह संकल्प रहता है।
उन्होंने कहा कि खाने-पीने की दुकानों पर अगर दुकान के मालिक का नाम लिखा रहेगा, तो कांवड़ियों को पता चलेगा कि इस दुकान पर नॉनवेज हो सकता है और वह वहां नहीं बैठेगा। अगर हम भी कहीं जाते हैं, तो पहले पूछते हैं कि क्या नॉनवेज मिलेगा, अगर वह कहता है हां, तो मैं वहां नहीं खाता। मैं तो प्याज, लहसुन भी नहीं खाता, यह धार्मिक आधार पर भेदभाव नहीं है, यह अपनी-अपनी पसंद है, जिसको जो खाना है वह खाए।
उन्होंने कहा कि यह पार्टी का मामला नहीं, यह धार्मिक व्यवहार का मामला है। हिंदू भी नॉनवेज खाता है, लेकिन जो कांवड़ यात्रा पर जाता है, वह नॉनवेज नहीं खाता। मैं चाहता हूं कि दुकानों पर नेम प्लेट के अलावा खाने पीने के सामान के रेट की भी सूची लगानी चाहिए।
–आईएएनएस
पीएसके/सीबीटी