निकिता गांधी ने पिता के साथ शेयर किया मंच, मशहूर गीत 'कोलकाता' गाया

निकिता गांधी ने पिता के साथ शेयर किया मंच, मशहूर गीत 'कोलकाता' गाया

कोलकाता, 16 जून (आईएएनएस)। ‘फादर्स डे’ पर गायिका-गीतकार निकिता गांधी ने बताया कि उन्‍होंने हाल ही में पिता के साथ एक कार्यक्रम में मंच शेयर किया। निकिता ने कहा, ”उन्‍होंने उनके साथ मशहूर गीत ‘कोलकाता’ गाया।”

‘काफिराना’, ‘उल्लू का पट्ठा’ और ‘जुगनू’ जैसे गानों के लिए मशहूर निकिता ने बताया, “मेरे पापा ने मेरे साथ अनुपम रॉय और श्रेया घोषाल का मशहूर गाना ‘कोलकाता’ गाया था। उन्हें संगीत बहुत पसंद है। वह एक नेचुरल इंसान हैं।”

कोलकाता की रहने वाली निकिता ने कहा, ”वह अपने कॉलेज के दिनों में किशोर कुमार के गाने गाते थे और संगीत के प्रति मेरा सारा प्यार उन्हीं की देन है। वह आज भी मनोरंजन के लिए गाते हैं। कभी-कभी प्रस्तुति भी देते हैं (कोलकाता में कई संगीत कार्यक्रमों में) और संगीत के प्रति उनका प्यार निश्चित रूप से एक संगीतकार के रूप में मेरी यात्रा का एक बड़ा हिस्सा है।”

निकिता का जन्म कोलकाता में एक बंगाली और पंजाबी परिवार में हुआ था। उन्होंने चेन्नई में दंत चिकित्सा में डिग्री हासिल की।

32 वर्षीया गायिका एआर. रहमान के केएम. कॉलेज ऑफ म्यूजिक एंड टेक्नोलॉजी की पूर्व छात्रा भी हैं। रहमान के साथ उनका पहला जुड़ाव इंडो-जर्मन एक्सचेंज के दौरान हुआ था, जहां वह जर्मन ऑर्केस्ट्रा के साथ परफॉर्म करने वाली टीम का हिस्सा थीं।

गायिका को ‘राब्ता’ टाइटल सॉन्ग, ‘घर’, ‘टन टन’, ‘काफिराना’, ‘मैं दीवाना तेरा’ जैसे गानों के अलावा ‘रागी राजा’, ‘बोलो दुग्गा माई की’, ‘बारे बारे’, ‘तुई बोलबो ना तुमी’, ‘तारा खोसा रात’, ‘जानीना भालोलगा’ जैसे बंगाली गानों के लिए भी जाना जाता है।

निकिता गांधी तमिल, हिंदी, तेलुगु, बंगाली और कन्नड़ सिनेमा में गायिकी के लिए फेमस हैं। उन्‍हें फिल्म ‘राब्ता’ के टाइटल सॉन्ग से काफी तारीफ मिली। साथ ही फिल्‍म ‘जग्गा जासूस’ में निकिता ने अरिजीत सिंह के साथ ‘उल्लू का पट्ठा’ गाया, जिसे दर्शकों का बेहद प्‍यार मिला।

उन्होंने ‘सचिन : ए बिलियन ड्रीम्स’, ‘शेफ’, ‘जब हैरी मेट सेजल’ और ‘इत्तेफाक’ जैसी फिल्मों के लिए भी काम किया है।

उन्होंने ‘कॉकपिट’ के लिए आतिफ असलम के साथ एक बंगाली गीत भी गाया है। उनका गाना ‘आओ कभी हवेली पे’ और ‘पोस्टर लगवा दो’ भी फैंस के बीच काफी लोकप्रिय रहा।

–आईएएनएस

एमकेएस/एबीएम

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