नई दिल्ली, 14 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का सिविल एविएशन मार्केट काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है और सरकार की नीतियों से एविएशन इंडस्ट्री के अगले 25 वर्ष के विकास का खाका तैयार हुआ है। बता दें, भारत दुनिया का सबसे तेजी से उभरता हुआ एविएशन मार्केट है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले वर्ष 19 नवंबर को भारत में 4,56,910 लोगों ने विमान में सफर किया था, जो कि कोरोना के बाद एक दिन में विमान से यात्रा करने का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
एसआईटीए में एशिया-प्रशांत के अध्यक्ष सुमेश पटेल ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार ने भारतीयों के लिए विमान यात्रा को किफायती बनाने पर जोर दिया है।
केंद्र सरकार के प्रयासों के कारण पिछले कुछ वर्षों में एविएशन सेक्टर का काफी विकास हुआ है और देश में एयरपोर्ट्स की संख्या में इजाफा देखने को मिला है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में एयरपोर्ट्स की संख्या पिछले 10 वर्षों में 74 से बढ़कर 157 हो गई है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा 453 एयरस्ट्रिप की एक लिस्ट तैयार की गई है। इसमें से करीब 157 ऑपरेशनल हैं।
2023 में 91 लाख से अधिक यात्रियों ने डिजी यात्रा ऐप का इस्तेमाल किया। करीब 35 लाख से ज्यादा यूजर्स ने इसे डाउनलोड किया।
सरकार अब बड़े और छोटे एयरपोर्ट्स के लिए रेगुलेशन की जांच कर रही है। इसका उद्देश्य टियर 2 और टियर 3 शहरों में एयर सुविधाओं का बढ़ाना है।
नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने कहा कि पीएम मोदी की ओर से 100 दिन का एक प्लान बनाया जा रहा है। इससे भारत के एविएशन सेक्टर में ग्रोथ देखने को मिलेगी।
नायडू की ओर से मंत्रालय का कार्यभार संभालते हुए कहा गया कि यह प्लान लंबी अवधि के लक्ष्य ‘विकसित भारत’ के लिए रास्ता तैयार करेगा। ‘विकसित भारत’ के तहत सरकार 2047 तक देश को एक विकसित राष्ट्र बनाना चाहती है।
मंत्री ने आगे कहा कि सरकार अपनी नीतियों में नागरिकों की सुविधा का पूरा ध्यान रखेगी।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय में राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल ने कहा कि पिछले एक दशक में कई सेक्टर में सुविधाओं में सुधार हुआ है। इससे रोजगार बढ़ा है और साथ ही एयरपोर्ट्स की संख्या में वृद्धि हुई है।
मंत्री ने आगे कहा कि एरोप्लेन से उड़ने का आम आदमी का सपना अब हकीकत बन चुका है, जो देश में हुए आर्थिक विकास को दिखाता है।
–आईएएनएस
एबीएस/एसकेपी