राजधानी में बिजली संकट को लेकर बवाल मचा है। इस बीच 40 हजार लोग ऐसे भी हैं, जो चैन की नींद सो रहे हैं। दरअसल, इनकी छतों पर सोलर पैनल लगे हैं, जो रोजाना आठ लाख यूनिट बिजली पैदा कर रहे हैं। एक किलोवाट क्षमता का सोलर पैनल 10 घंटे में रोजाना चार यूनिट से ज्यादा बिजली बनाता है। सौर ऊर्जा से घर पर बिजली बनाने वालों में गोमतीनगर के लोग सबसे आगे हैं। यहां 2500 उपभोक्ता इस सुविधा का लाभ ले रहे हैं, जिससे इनका 75 फीसदी बिजली बिल कम हो गया है। वहीं, एक सप्ताह से बिजली संकट को लेकर चर्चा में रहे राजाजीपुरम के लोगों की अपनी छत पर बिजली बनाने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं है। यहां 48 हजार उपभोक्ताओं में से महज 584 ने 5145 किलोवाट क्षमता के सोलर पैनल लगवाए हैं।
बिजली जलाते 750 यूनिट, बिल भरते 200 का
यूपीआईएल उपकेंद्र के तहत नेहरू नगर निवासी मनु मिश्र ने बताया कि जबसे चार किलोवाट का सोलर पैनल लगवाया, तबसे हर महीने 6000 रुपये की बचत हो रही है। उन्होंने अक्तूबर 2022 में सोलर पैनल लगवाया था। घर की महीने की औसतन बिजली खपत 750 यूनिट है। सोलर पैनल से प्रति माह औसतन 550 यूनिट बिजली पैदा हो रही है। ऐसे में 200 यूनिट का ही बिल भरना पड़ रहा है।
10 हजार यूनिट तो रोजाना एचएएल में बन रही
इंदिरानगर के एक्सईएन घनश्याम सिंह ने बताया कि 10 हजार यूनिट बिजली तो रोजाना एचएएल परिसर में ही सोलर पैनल के जरिये बन रही है। यहां 2500 किलोवाट क्षमता का सोलर पैनल लगा है। इंदिरानगर खंडीय इलाके में कुल 1000 से ज्यादा सोलर पैनल लगे हैं, जिनका विद्युत लोड 8577 किलोवाट है।
सोलर पैनल के 5100 नए आवेदन
मध्यांचल निगम के नोडल अधिकारी ने बताया कि सोलर पैनल के कुल 5100 आवेदन आए थे। इनमें से 4925 के कनेक्शन स्थल की जांच रिपोर्ट भेज दी गई है। 635 सोलर पैनल स्टॉल किए जा चुके हैं। उधर, सौर विद्युत उपभोक्ता समिति के अध्यक्ष डॉ. भरत राज सिंह का कहना कि मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के जिम्मेदारों और लेसा के इंजीनियर आवेदकों को पूरी तरह से सहयोग नहीं कर रहे। ऐसा होता तो सोलर पैनल के कनेक्शन की संख्या एक लाख से ज्यादा हो चुकी होती। आवेदकों को कई बार दौड़ाया जाता है।
छूट बढ़ने से सोलर पैनल के आवेदन बढ़े
पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना लागू होने के बाद से सोलर पैनल के आवेदन बढ़े हैं। इस योजना में सोलर पैनल लगाने पर केंद्र व राज्य सरकार से मिलने वाली छूट ज्यादा हो गई है। 5100 आवेदकों ने आवेदन किए हैं।– अजय कुमार श्रीवास्तव, निदेशक (वितरण) मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लखनऊ