अंतरराष्ट्रीय किडनी रैकेट की जांच के लिए केरल पुलिस की एसआईटी तमिलनाडु पहुंची है। किडनी रैकेट के मुख्य आरोपित साबित नसर की गिरफ्तारी के बाद एसआईटी ने मामले की जांच तेज कर दी है।
केंद्रीय एजेंसी से 19 मई को मिली सूचना के आधार पर मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी हुई थी। एसआईटी की टीम का नेतृत्व कर रहे डीएसपी स्तर के अधिकारी ने कहा कि साबित को प्रत्येक किडनी पर पांच लाख रुपये मिलते थे।
किडनी देने वाले को को दस लाख रुपये मिलते थे
वहीं, जो किडनी देता था उस व्यक्ति को दस लाख रुपये मिलते थे। रैकेट में ईरान का एक डाक्टर भी शामिल है जो कि मूलरूप से केरल का ही रहने वाला है। वर्तमान में वह ईरान में पूरी तरह से शिफ्ट है। दस लाख रुपये में किडनी ईरान में बेचने का मामला सामने आने के बाद एसआईटी ने साबित से दस से अधिक सवाल पूछे थे।
ईरान में अवैध रूप से किडनी का प्रत्यारोपण करवाया
पूछताछ में साबित ने स्वीकार किया कि वह कर्नाटक, आंध्र प्रदेश समेत कई अन्य प्रदेश से लोगों को ईरान लेकर गया था और वहां अवैध रूप से किडनी का प्रत्यारोपण करवाया। तमिलनाडु व केरल की पुलिस आपसी समन्वय से रैकेट के तहत तक जाने में जुटी है।