नई दिल्ली, 17 मई (आईएएनएस)। ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) क्लब लाइसेंसिंग कमेटी ने आगामी 2024-25 सीजन के लिए इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) क्लबों जमशेदपुर एफसी, ओडिशा एफसी, केरला ब्लास्टर्स और हैदराबाद एफसी के प्रीमियर 1 लाइसेंस को खारिज कर दिया।
क्लबों को कई ‘ए’ मानदंडों की विफलता का उल्लंघन करते हुए पाया गया, जिससे वे एएफसी क्लब प्रतियोगिताओं और राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए अयोग्य हो गए।
हालांकि, क्लबों के पास 22 मई तक राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए छूट लेने का विकल्प है।
समिति की अध्यक्षता गिरिजा शंकर मुंगाली ने की, जिसमें अनिर्बान दत्ता (उपाध्यक्ष), रविशंकर जयारमन और यश के नायक (सदस्य) भी शामिल थे, जिनकी बैठक 15 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई।
पंजाब एफसी इस प्रक्रिया के लिए एआईएफएफ के मानदंडों को पूरा करने वाला एकमात्र क्लब था और उसे 2024-25 सीजन के लिए प्रीमियर 1 क्लब लाइसेंस प्रदान किया गया।
आईएसएल के मौजूदा चैंपियन मोहन बागान सुपर जाइंट और आईएसएल कप विजेता मुंबई सिटी एफसी के साथ-साथ ईस्ट बंगाल, एफसी गोवा, बेंगलुरु एफसी, चेन्नईयिन एफसी, नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी और मोहम्मडन स्पोर्टिंग, आई-लीग चैंपियन 2023-24, जिन्हें आईएसएल 2024-25 के लिए प्रमोशन हासिल हुआ है,को कुछ प्रतिबंधों के साथ लाइसेंस मिला है।
एआईएफएफ ने एक विज्ञप्ति में कहा, इंडियन सुपर लीग क्लबों के लिए ‘आईसीएलएस प्रीमियर 1’ और आई-लीग क्लबों के लिए ‘आईसीएलएस प्रीमियर 2’, इंडियन क्लब लाइसेंसिंग प्रणाली भारत में फुटबॉल क्लबों की गुणवत्ता, व्यावसायिकता और बुनियादी ढांचे को बनाए रखने में महत्वपूर्ण है।
“यह एक वार्षिक प्रक्रिया है जिसमें क्लब प्रत्येक सीजन के लिए एएफसी और राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए आवश्यक लाइसेंस प्राप्त करते हैं। इन लाइसेंसों को अलग-अलग वर्गों, आईएसएल क्लबों के लिए आईसीएलएस प्रीमियर 1 और आई लीग क्लबों के लिए आईसीएलएस प्रीमियर 2, में बांटा गया है।”
–आईएएनएस
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