भारत ने बंधक नाविकों को छोड़ने के लिए ईरान पर दबाव बढ़ा दिया है। बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को तेहरान में ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन के साथ बैठक के दौरान यह मुद्दा उठाया। साथ ही कहा कि 40 भारतीय नाविकों को ईरान जल्द से जल्द रिहा करे। पिछले आठ महीनों में फारस की खाड़ी में जब्त किए गए व्यापारिक जहाजों से उन्हें हिरासत में लिया गया है।
कानूनी प्रक्रियाओं के कारण हो रही रिहाई में देरी
सूत्रों ने बताया कि ईरानी पक्ष के अनुरोध के बाद सोनोवाल और अब्दुल्लाहियन के बीच बैठक हुई थी, जहां द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की गई। अब्दुल्लाहियन ने कहा है कि तेहरान भारतीय नाविकों की रिहाई पर सकारात्मक है, लेकिन इसमें देरी हो रही है क्योंकि कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करना होगा।
भारतीय नाविकों को ईरान ने नहीं दी है राजनयिक पहुंच
सूत्रों ने कहा कि भारतीय नाविक चार जहाजों स्टीवन, ग्लोबल चेरिलिन, मार्गोल और एमएससी एरीज में काम कर रहे थे। स्टीवन को 12 सितंबर 2023 को तस्करी के आरोप में ईरानी तटरक्षकों द्वारा जब्त किया गया था और चालक दल को हिरासत में ले लिया गया था। जहाज पर चालक दल के नौ भारतीय सदस्य थे। ईरान ने अब तक जहाज के भारतीय नाविकों को राजनयिक पहुंच नहीं दी है और तेहरान में भारतीय दूतावास ईरानी अधिकारियों के साथ नियमित रूप से संपर्क में हैं।