आगरा और फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीटों पर बसपा प्रत्याशियों को ताकत देने के लिए बसपा अध्यक्ष मायावती कोठी मीना बाजार पर शनिवार सुबह 10 बजे जनसभा को संबोधित करने आ रहीं हैं। बसपा ने अब तक आगरा लोकसभा सीट पर खाता नहीं खोला है, जबकि फतेहपुर सीकरी सीट पर एक बार ही जीत दर्ज की है।
बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष आगरा लोकसभा सीट से पार्टी प्रत्याशी पूजा अमरोही और सीकरी के प्रत्याशी रामनिवास शर्मा के समर्थन में वोट मांगने के लिए आएंगी। इस लोकसभा चुनाव में बसपा ने किसी भी दल से गठबंधन नहीं किया है। हेलीकॉप्टर से सुबह 10 बजे वह कोठी मीना बाजार मैदान पर जनसभा में आएंगी। हर चुनाव में प्रचार खत्म होने से ऐन पहले उनकी जनसभा इसी मैदान पर होती रही है।
वोट बढ़ा पर खाता नहीं खुल पाया
आगरा लोकसभा सीट पर बसपा अध्यक्ष पूरी ताकत से खाता खोलने की कोशिश में हैं। पार्टी ने बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी है, वहीं मुस्लिम वोटों के लिए पूर्व सांसद मुनकाद अली को दो दिनों से आगरा में सभाएं करने के लिए भेजा है। बसपा ने साल 2009 से लेकर 2019 के लोकसभा चुनाव तक 10 साल में वोट प्रतिशत में इजाफा किया है, लेकिन पार्टी प्रत्याशी को जीत हासिल नहीं हो पाई है। साल 2009 में बसपा के कुंवरचंद वकील को 29.98 फीसदी वोट मिले। वहीं, साल 2014 में बसपा के नरायन सिंह सुमन को 26.48 फीसदी वोट ही मिल पाए। साल 2019 के चुनाव में सपा से गठबंधन होने पर बसपा प्रत्याशी मनोज कुमार सोनी को 38.47 फीसदी वोट मिले, भाजपा प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल से जीत नहीं सके।
सीकरी पर चौथी बार ब्राह्मण प्रत्याशी उतारा
बसपा अध्यक्ष मायावती ने सोशल इंजीनियरिंग के चलते फतेहपुर सीकरी में पहली बार में ही सांसद जिताया था। 2009 में बसपा प्रत्याशी सीमा उपाध्याय सांसद बनीं तो उसके बाद से पार्टी हर बार ब्राह्मण प्रत्याशी पर ही दांव खेल रही है। सीकरी में लगातार चौथी बार ब्राह्मण प्रत्याशी उतारा गया है। इनमें साल 2014 और 2019 में पार्टी प्रत्याशी के न केवल वोट कम हुए, बल्कि हार भी हुई।