अयोध्या: पाकिस्तान से आए 250 श्रद्धालुओं ने शुक्रवार को यहां श्री राम लला का दर्शन किया। पड़ोसी देश के सिन्ध प्रांत के 34 जिलों से आए ये श्रद्धालु बजरंग बली का दर्शन करने हनुमान गढ़ी भी पहुंचे और सरयू आरती में भी शामिल हुए। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के सक्खर, सांगण, कंथकोट, चिचड़ा, पैनो, बैजी, पीतापिन, मैसरा, भैलारी आदि स्थानों से सिन्धी समाज के ढाई सौ लोग शादानी दरबार की अगुवाई में तीर्थ यात्रा पर भारत आए हुए हैं।
अयोध्या में गुरुवार रात पहुंचने के बाद इनके कार्यक्रम में सूरजकुंड, गुप्तारघाट के उपरांत दोपहर में श्रीराम लला का दर्शन तय था। इस टोली के स्थानीय प्रतिनिधि उमेश जीलानी ने बताया कि पड़ोसी देश के श्रद्धालु ढोल नगाड़े के साथ नाचते -झूमते जयकारा लगाते रामलला के दरबार पहुंचे और शीश नवाया। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र संवाद केन्द्र ने बताया कि हनुमान गढ़ी में दर्शन के बाद सभी ने सरयू आरती में हिस्सा लिया। इन तीर्थ यात्रियों के कार्यक्रम में अमृतसर, अमरावती शादानी दरबार छत्तीसगढ़, प्रयागराज, हरिद्वार आदि भी शामिल है।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के गांव जरवार से आए गोविंद राम माखेजा ने बताया कि भारत में पूरी तरह से शांति है। लोग देर रात तक सड़कों पर घूम रहे हैं। व्यापार कर रहे हैं। पाकिस्तान में इस तरह की आजादी नहीं है। भारत में सभी त्योहार धूमधाम और आस्था के साथ मनाए जाते हैं। शोभायात्राएं निकाली जा रही हैं। हमें ऐसे खुलकर त्योहार मनाने की आजादी नहीं है।
हिंदुओं का यह दल छत्तीसगढ़ के शहर रायपुर के शदाणी दरबार के पीठाधीश्वर साईं डॉ. युधिष्ठिर लाल के सानिध्य में प्रयागराज से शुक्रवार को अयोध्या पहुंचा। वहीं, साईं डॉ. युधिष्ठिर लाल ने कहा कि बहुत ही हर्ष का विषय है कि जिस तरह पांच सौ वर्षों बाद रामजन्म भूमि मिली और राममंदिर का निर्माण हुआ है उसी तरह सिंध प्रांत भी भारत का एक दिन हिस्सा बनेगा। जत्थे ने अयोध्या के मंदिरों में बड़े उत्साह व आस्था के साथ दर्शन पूजन किया।