‘आयुष्मान भारत योजना’ से बिहार के 4 करोड़ लोगों को मिला लाभ

पटना, 11 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के गरीब नागरिकों की स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की। इस योजना के अंतर्गत योग्य परिवारों को हर वर्ष 5 लाख रुपये तक का निशुल्क उपचार प्रदान किया जाता है।
आयुष्मान भारत योजना के पीछे पीएम मोदी का एकमात्र मकसद है कि गरीब आर्थिक तंगी की वजह से इलाज से वंचित न रहे। उसे भी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके। देशभर में आयुष्मान योजना के तहत लोगों को जोड़ा जा रहा है। इस कड़ी में बिहार भी तेजी से लोगों को इस योजना से जोड़ रहा है। अब तक आयुष्मान योजना के तहत 4 करोड़ लोगों को जोड़ा गया है। बिहार के लिए यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। लोग इस योजना के प्रति जागरूक हो रहे हैं और इस योजना से जुड़ रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव शशांक शेखर सिन्हा ने शुक्रवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत की। उन्होंने कहा कि यह निश्चित रूप से दो वर्षों का अथक प्रयास है, जिसके कारण अब हम 4 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाने के लक्ष्य तक पहुंच गए हैं। कार्ड जारी करने की संख्या के मामले में हम देश में तीसरे स्थान पर हैं। इससे काफी लाभ हुआ है। सभी अस्पतालों को आयुष्मान योजना के तहत इलाज के लिए सूचीबद्ध किया गया है। आयुष्मान कार्ड धारक सूचीबद्ध अस्पताल में जाकर इलाज करा सकता है।
उन्होंने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत अब तक 22 लाख लाभार्थियों का इलाज किया जा चुका है। इस योजना के तहत खासतौर पर बुजुर्गों को राहत मिली है।
दूसरी ओर, पटना के ज्ञान भवन और बापू सभागार में स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया। इस मेले में भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया। इस मेले में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विशेष शिविर लगाया गया था, जहां भारी संख्या में लोगों ने आयुष्मान कार्ड बनवाए। स्वास्थ्य मेले में पहुंचे पटना के एक निवासी ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से बहुत अच्छी पहल की गई है। यहां पर आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी। काफी लोगों ने कार्ड बनवाया है। इसके अलावा, स्वास्थ्य से संबंधित यहां पर सुविधाएं बहुत अच्छी हैं और सभी लोग अच्छा सहयोग कर रहे हैं। हमें बहुत लाभ हो रहा है।
–आईएएनएस
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