मीरजापुर। वन महोत्सव पर 24 लाख पौधों से प्रकृति का शृंगार होगा। जिले के हलिया क्षेत्र को हरा-भरा करने के लिए वन विभाग की ओर से हलिया व ड्रमंडगंज रेंज के नर्सरियों में विभिन्न प्रजातियों के पौधे तैयार किए जा रहे हैं। कुछ पौधे तैयार हो गए हैं जबकि कुछ पौधों को तैयार करने का कार्य तेजी के साथ चल रहा है। वन महोत्सव की शुरुआत होते ही अभियान को गति दी जाएगी। पौधरोपण के बाद पौधों की देखभाल व उनकी सुरक्षा के लिए वन विभाग की ओर से वाचर के साथ सुरक्षा दीवार बनाई जाएगी, जिससे सभी पौधे सुरक्षित रहें। हलिया वन रेंज के कवलझर नर्सरी में कुल पांच लाख पौधे तैयार किए जा रहे हैं। इसमें सागौन, शीशम, कंजी, आवाला, केसिया, सेमिया, इमली इत्यादि प्रजाति के पौधे हैं।
नर्सरी प्रभारी वन्यजीव रक्षक नीटू शर्मा ने बताया कि नर्सरी पर पौधरोपण के लिए पौधे तैयार किए जा रहे हैं। इसी तरह दिघिया रेंज पौधशाला पर भी पांच लाख पौधे तैयार किए जा रहे हैं। पौधों की नियमित देखभाल करने के लिए श्रमिक लगाए गए हैं। पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस से ही पौधरोपण शुरू हो जाएगा। वनक्षेत्राधिकारी रामनारायण जैसल ने बताया कि वन रेंज के वन क्षेत्र में करीब पांच सौ हेक्टेयर भूमि पर वन महोत्सव के तहत पौधरोपण कराया जाएगा। इसके लिए रेंज के कवलझर व दिघिया पौधशाला पर पौधे तैयार किए जा रहे हैं। ग्राम पंचायतों में भी पौधरोपण कराया जाएगा।
वन रेंज ड्रमंडगंज के 592 हेक्टेयर वनभूमि पर पौधरोपण के लिए सुखड़ा पौधशाला पर करीब चौदह लाख पौधे तैयार किए जा रहे हैं। इसमें सात लाख पौधे कट सागौन, सागौन, आंवला, चिलबिल, हर्रा, बहेड़ा, केसिया, सेमिया, इमली, बांस एवंअन्य प्रजातियों के हैं।
वनक्षेत्राधिकारी ड्रमंडगंज वीरेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि सुखड़ा पौधशाला पर कुल चौदह लाख पौधे तैयार किए जा रहे हैं। हालांकि अभी सात लाख पौधे तैयार हो गए हैं। रेंज के 592 हेक्टेयर वनभूमि पर पौधरोपण के लिए कार्य कराया जा रहा है।
सात हेक्टेयर में तैयार हो रहे 24 लाख पौधे
हलिया रेंज के कवलझर व दिघिया नर्सरी में कुल तीन हेक्टेयर भूमि पर दस लाख पौधे अनुमानित लागत 32 लाख रुपये खर्च कर तैयार किए जा रहे हैं। एक पौध तैयार करने में करीब तीन रुपये खर्च आ रहा है। नर्सरी में तैयार किए गए पौधों को वन महोत्सव के समय ग्राम पंचायतों में नि:शुल्क रोपित किए जाएंगे। ड्रमंडगंज रेंज के सुखड़ा पौधशाला में करीब चार हेक्टेयर में 14 लाख पौधे तैयार किए जा रहे हैं। इस पर करीब 40 लाख रुपये का खर्च आ रहा है।