लखनऊ। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एफडीके प्रशिक्षित महिलाओं को डीबीटी के माध्यम से प्रोत्साहन राशि वितरित की गई। इस दौरान 21000 महिलाओं को प्रोत्साहन राशि भी दिया गया। जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, राज्यमंत्री रामकेश निशा और दिनेश खटीक भी मौजूद रहे। उत्तर प्रदेश में स्वच्छ पेयजल की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए नमामि गंगे और ग्रामीण जल आपूर्ति विभाग की ओर से जल जीवन मिशन ग्रामीण महिलाओं को जल गुणवत्ता जांच का प्रशिक्षण और (फील्ड टेस्ट किट) का वितरण भी किया गया। प्रदेश की 4 लाख 80 हजार से अधिक ग्रामीण महिलाओं को जल गुणवत्ता जांच का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। प्रत्येक गांव से 5 महिलाओं को चुना गया है। ये महिलाएं गांव-गांव जल स्रोतों की जांच करने का काम करेंगी। जल जीवन मिशन से प्रदेश के अब तक के प्रशिक्षित महिलाओं के आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर करने के लिए यह कदम उठाया गया। इस कार्यक्रम से जहां एक तरफ गांव गांव स्वच्छ पेयजल पहुंचाने का काम किया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ महिलाओं को रोजगार से जोड़ा जा रहा है इससे जुड़ी महिलाओं को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।