लखनऊ। हर साल राष्ट्रपति द्वारा बच्चों को उनकी विशेष उपलब्धियों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। इसी क्रम में बुधवार को 13 वर्षीय मास्टर व्योम आहूजा को जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने साल (2021) का राष्ट्रीय बाल पुरस्कार देकर जिलाधिकारी कार्यालय में सम्मानित किया। मास्टर व्योम को प्रमाणपत्र के साथ टैबलेट, प्रधानमंत्री द्वारा हस्ताक्षरित घड़ी और मेडल भी दिया गया। बताते चलें कि कोविड के कारण वर्ष 2021 और 2022 में पुरस्कारों का वितरण नहीं किया जा सका था।
जीते है कई पुरस्कार
व्योम की माँ दिया आहूजा और पिता निखिल आहूजा ने बताया कि उसे भारतीय कला और संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए राष्ट्रीय बाल पुरस्कार मिला है । वह बाँसुरी और ड्रम बजाते हैं और 13 साल की उम्र में ही उन्होंने बाँसुरी में विशारद की उपाधि हासिल की है। व्योम ने बाँसुरी वादन में कई राज्य और राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार जीते हैं। एक मिनट में सबसे ज्यादा ड्रम टैप करने का रिकार्ड भी इनके नाम है। इसके अलावा उन्हें सिंथेसाइजर, माउथ ऑर्गन, तबला, पाइप जाइलोफोन सहित कई अन्य वाद्य यंत्र बजाने में महारत हासिल है। इसके साथ मेमोरी गेम्स और खेल के लिए भी उन्हें कई पुरस्कार मिले हैं। व्योम ने कुल 37 रिकॉर्ड बनाए हैं जिसमें 30 इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, तीन एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, दो फ्यूचर कलाम के साथ और दो यूनिवर्सल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स वर्ल्ड रिकॉर्ड यूनिवर्सिटी की तरफ से चेस एलगोर्थिस्म में उन्हें ग्रांड मास्टर का अवॉर्ड मिला है। लॉक डाउन के दौरान व्योम ने चार बार भगवद गीता पढ़ी जिससे प्रेरित होकर उन्होंने कुरुक्षेत्र रणभूमि नामक बोर्ड गेम बनाया है, जिसका कॉपी राइट भी उन्हें मिल चुका है। व्योम ने नौ साल की आयु में मकाउ में बंगी जम्पिंग प्रतियोगिता के तहत सबसे ज्यादा ऊंचाई से कूदने का रिकॉर्ड बनाया है। इन सभी के अलावा व्योम ने अन्य कई उपलब्धियां भी हासिल की हैं।