यमन की राजधानी पर अमेरिकी हवाई हमलों में 1 की मौत, कई घायल

सना, 17 अप्रैल (आईएएनएस)। यमन की राजधानी सना में अमेरिकी हवाई हमलों में एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। हूती नियंत्रित स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि हमले रिहायशी इलाके और अन्य स्थानों पर किए गए।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, बुधवार को स्थानीय लोगों ने बताया कि हमलों में सना के बीच स्थित अल-नहदा इलाके के एक घर को निशाना बनाया गया।
इस बीच, हूती नियंत्रित अल-मसीरा टीवी ने बताया कि सना और उसके आसपास के कई इलाकों पर अमेरिका ने करीब 20 हवाई हमले किए। इनमें माउंट नुकुम में स्थित अल-हफा सैन्य ठिकाना और बानी हशिश, निहम और मनखा जैसे जिले शामिल हैं।
बताया गया कि पूरे शहर में लड़ाकू विमानों की आवाजें और धमाकों की गूंज सुनी गई।
15 मार्च को अमेरिकी सेना ने हूती मिलिशिया पर फिर से हवाई हमले शुरू किए। इसका मकसद उन्हें लाल सागर में इजरायली ठिकानों और अमेरिकी युद्धपोतों पर हमले करने से रोकना था।
हूती सना समेत उत्तरी यमन के ज्यादातर हिस्सों पर कब्जा रखते हैं। उन्होंने कहा है कि अगर इजरायल गाजा पट्टी में युद्ध रोक दे और वहां जरूरी खाद्य सामग्री और दवाएं जाने दे, तो वे भी अपने हमले बंद कर देंगे।
हूती विद्रोहियों ने रविवार रात को कहा कि उन्होंने यमन के हज्जाह प्रांत में एक एमक्यू-9 रीपर ड्रोन को मार गिराया। हज्जाह प्रांत यमन के उत्तर-पश्चिम में लाल सागर के पास और सऊदी अरब की सीमा पर स्थित है।
हूती सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल याह्या सारी ने एक पूर्व-रिकॉर्डेड वीडियो संदेश में कहा कि यह गोलीबारी दो हफ्तों में विद्रोहियों द्वारा की गई चौथी घटना है।
सारी ने कहा कि विद्रोहियों ने ड्रोन को “स्थानीय रूप से बनाए गए मिसाइल” से निशाना बनाया।
हूती के पास सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें ईरानी मिसाइल ‘358’ की ही तरह हैं, जो विमान को मार गिराने में सक्षम हैं।
ईरान ने विद्रोहियों को हथियार देने से इनकार किया है, लेकिन युद्ध के मैदान में और संयुक्त राष्ट्र के हथियार प्रतिबंध के बावजूद यमन में शिया हूती विद्रोहियों के लिए भेजे जा रहे समुद्री जहाजों में तेहरान द्वारा बनाए गए हथियार पाए गए हैं।
यह नया हवाई हमला तब शुरू हुआ जब विद्रोहियों ने धमकी दी कि अगर इजरायल गाजा पट्टी में मदद पहुंचाने में रुकावट डालेगा, तो वे फिर से “इजरायली” जहाजों को निशाना बनाएंगे।
विद्रोहियों ने “इजरायली जहाज” की स्पष्ट परिभाषा नहीं दी है, यानी यह हो सकता है कि वे कई जहाजों को निशाना बनाएं।
हूती विद्रोहियों ने नवंबर 2023 से जनवरी 2024 तक 100 से ज्यादा व्यापारिक जहाजों को मिसाइलों और ड्रोन से निशाना बनाया, जिनमें से दो जहाज डूब गए और चार नाविक मारे गए। उन्होंने अमेरिकी युद्धपोतों को भी निशाना बनाकर हमले किए, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए।
–आईएएनएस
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