स्पेशल सेल ने अलग-अलग ऑपरेशन में दो वांछित अपराधियों को पकड़ा

स्पेशल सेल ने अलग-अलग ऑपरेशन में दो वांछित अपराधियों को पकड़ा

नई दिल्ली, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दो अलग-अलग ऑपरेशनों में नीरज बवाना गिरोह के एक शार्पशूटर और एक जालसाज को गिरफ्तार किया है।

दोनों की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने पर 75,000 रुपये का सामूहिक इनाम रखा गया था। आरोपियों की पहचान जींद निवासी दिनेश उर्फ टप्पा (29) और मध्य प्रदेश के भिंड निवासी गोपाल त्यागी उर्फ अमित शर्मा (39) के रूप में हुई।

पुलिस के अनुसार, 11 अक्टूबर को विशिष्ट इनपुट प्राप्त हुआ था कि नीरज बवाना गिरोह का एक शार्पशूटर दिनेश, दिल्ली के क्राउन प्लाजा होटल में अवैध हथियार लेकर आएगा। दिनेश के खिलाफ दिल्ली में कई मामले दर्ज हैं और वह उत्तर प्रदेश के बागपत में एक हत्या के मामले में भी वांछित है।

विशेष पुलिस आयुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) एचजीएस धालीवाल ने बताया कि हमने जाल बिछाया और दिनेश को पकड़ लिया। उसके पास से एक पिस्तौल और पांच जिंदा कारतूस बरामद किए गए। इसके अलावा, एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए, एक अन्य फरार अपराधी गोपाल को 15 अक्टूबर को मध्य प्रदेश से पकड़ा गया।

स्पेशल सीपी ने कहा कि दिनेश अपने गिरोह के प्रमुखों, नीरज बवाना, नवीन भांजा और सुनील राठी के निर्देश पर हत्या, हत्या के प्रयास, कारजैकिंग, डकैती, शस्त्र अधिनियम आदि के 10 से अधिक आपराधिक मामलों में शामिल रहा है।

एक अधिकारी ने कहा कि आरोपी अगस्त 2015 में जेल वैन में प्रतिद्वंद्वी गैंगस्टर पारस और भोला दुरमुट की हत्या में शामिल था। जुलाई 2019 में उसे अपनी बीमार मां की देखभाल के लिए पैरोल पर रिहा किया गया था।

हालांकि, उसने पैरोल अवधि समाप्त होने के बाद आत्मसमर्पण नहीं किया और फिर से गिरोह की गतिविधि में शामिल हो गया। जून 2020 में उसने गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ, छपरौली, बागपत में परमबीर तुगाना की सनसनीखेज हत्या को अंजाम दिया। उसे दिल्ली में तीन आपराधिक मामलों में भगोड़ा अपराधी भी घोषित किया गया था।

इस बीच, गोपाल त्यागी धोखाधड़ी के एक मामले में पिछले 6 साल और 10 महीने से गिरफ्तारी से बच रहा था। इस मामले में, उसने और उसके सहयोगियों ने यूनाइटेड किंगडम से प्राप्त पार्सल को वितरित करने के बहाने एक महिला से 2,45,000 रुपये की धोखाधड़ी की। उसने अमित शर्मा के नाम से फर्जी पैन कार्ड, वोटर कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस बनवाया और भोले-भाले लोगों को ठगने के लिए बैंक खाते खोले।

–आईएएनएस

एफजेड/एबीएम

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