सेल ग्रिड तकनीक से सीसी रोड बनाने के प्रयोगात्मक कार्य का शुरू

सेल ग्रिड तकनीक से सीसी रोड बनाने के प्रयोगात्मक कार्य का शुरू

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने आज लखनऊ में बेलीकलां सम्पर्क मार्ग पर सेल ग्रिड तकनीक का प्रयोग कर सीसी रोड बनाये जाने के प्रयोगात्मक कार्य का शुभारम्भ किया। लोक निर्माण मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि विभाग द्वारा लगातार नवीन तकनीकों के प्रयोग को बढ़ावा देकर उच्चस्तरीय सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है जिससे जहां एक तरफ सड़क निर्माण की लागत में कमी लायी जा रही है वहीं दूसरी तरफ उच्च गुणवत्तायुक्त सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में पूरे प्रदेश में पर्यावरण अनुकूल ग्रीन तकनीक के प्रयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग द्वारा सीसी रोड निर्माण में सेल ग्रिड तकनीक के प्रयोग को प्रारम्भ किया जा रहा है। इस नयी तकनीक का प्रयोग कर कम लागत में मजबूत एवं टिकाऊ सीसी रोड का निर्माण किया जा सकेगा। इस तकनीक से बनी सीसी रोड यदि कहीं क्षतिग्रस्त होती है तो केवल क्षतिग्रस्त हिस्से को ही आसानी से रिपेयर भी किया जा सकेगा। सेल ग्रिड तकनीक से निर्मित सीसी रोड के सफल प्रयोग के बाद प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी सीसी रोड का निर्माण कराया जाएगा। लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि सेल ग्रिड एक भरोसेमंद जीओ सिन्थैटिक प्रोडक्ट है जिसका सीसी रोड के निर्माण में प्रयोग कर एनवायरमेंट को सुरक्षित रखा जा सकता है एवं सीसी रोड के निर्माण में उपयोग में लाए जाने वाले खनिजों के खनन में कमी लायी जा सकती है। सेल ग्रिड का प्रयोग कर सामान्य तकनीक से बनाये जा रहे सीसी मार्ग की मोटाई में सामान्यतः 02 सेमी कम हो जाती है जबकि क्षमता उतनी ही होती है। सेल ग्रिड तकनीक का प्रयोग सामान्यतः 02 से 05 एमएसए यानि मिलियन स्टैंडर्ड एक्सल यातायात हेतु प्रयोग कर सीसी रोड का निर्माण कराया जाता है। सेल ग्रिड तकनीक का प्रयोग कर सीसी रोड को इंटरलॉकिंग सिस्टम की तरह देखा जाता है। सेल ग्रिड का प्रयोग कर सीसी रोड बनाये जाने की डिजाइन आईआईटी भुवनेश्वर द्वारा विकसित की गई है। इस तकनीक में एम-30 ग्रेड के कंक्रीट का प्रयोग किये जाने की सलाह दी जाती है। सेल ग्रिड तकनीक से बनायी गई सीसी रोड़ सामान्य तकनीक से बनाये जाने वाले सीसी रोड की मोटाई से 2 सेमी तक कम हो जाने से जो बचत होती है उसी बचत से सेल ग्रिड का प्रयोग कर लिया जाता है, इसके लिए अतिरिक्त धन कीआवश्यकता नहीं होती है।इस अवसर पर विधायक मोहनलाल गंज अमरेश कुमार, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग अजय चौहान, प्रमुख अभियंता परिकल्प एवं नियोजन एके जैन, प्रमुख अभियंता ग्रामीण सड़क वीके श्रीवास्तव, मुख्य अभियंता परवेज अहमद, जीएस वर्मा, अधिशाषी अभियंता अनूप मिश्रा सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

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