सावन माह में इस बार भी बाबा विश्वनाथ के स्पर्श दर्शन पर रोक

सावन माह में इस बार भी बाबा विश्वनाथ के स्पर्श दर्शन पर रोक

वाराणसी। सावन माह में इस बार भी शिवभक्त काशीपुराधिपति के दरबार में झांकी दर्शन ही कर पाएगें। बाबा के स्पर्श दर्शन पर रोक लगाई गई है। अधिमास के चलते लगभग दो माह तक चलने वाले सावन माह में आठ सोमवार को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था और श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन को लेकर पूरी तैयारी की हैं।
सावन माह में दो करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के दरबार में आने का अनुमान है। ऐसे में धाम परिसर में हवा, पेयजल, छांव आदि की व्यवस्था पर खासा जोर दिया जा रहा है। सावन माह में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मंगलवार शाम मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा, पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन, जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने विश्वनाथ धाम के सभागार में अफसरों संग बैठक की और व्यवस्था का खाका तैयार किया।
बैठक में तय हुआ कि सावन माह में काशी आने वाले वीआईपी व्यक्तियों को अपरान्ह तीन से पांच बजे तक दर्शन की सुविधा दी जाएगी। इसके लिए संभावित वीआईपी को पत्र भी लिखा जाएगा। प्रतिवर्ष की भांति सावन माह में गोदौलिया से मैदागिन मार्ग को नो व्हीकल जोन बनाने का निर्णय लिया गया। बुजुर्ग, महिलाओं और दिव्यांगों को धाम तक पहुंचाने के लिए 10 ई-रिक्शे चलेंगे। गोदौलिया, गिरिजाघर, दशाश्वमेध, चौक और मैदागिन पर वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था होगी। मंदिर के सभी प्रवेश द्वार पर लाउडस्पीकर के जरिये भीड़ नियंत्रित की जाएगी। परिसर स्थित पिनाक भवन के कंट्रोल रूम से हर गतिविधि की निगरानी की जाएगी।
तय हुआ कि सभी प्रवेश और निकास द्वार पर खोया-पाया का काउंटर बनेगा। इसके लिए लगातार सूचना प्रसारित की जाएगी। बाबा दरबार में आने वाले शिवभक्तों के लिए रेड कार्पेट बिछाई जाएगी। मंदिर जाने वाले सभी मार्गों पर बैरिकेडिंग कराई जाएगी। सभी प्रवेश द्वार से मंदिर तक रेड कार्पेट बिछाया जाएगा और शिवभक्तों पर पुष्पवर्षा भी की जाएगी। सावन माह में मंदिर प्रशासन की कोशिश रहेगी कि ज्यादातर श्रद्धालु गंगा द्वार से दरबार में आए।

मंदिर में भीड़ को देखते हुए सावन माह में मंगला आरती के टिकट ही श्रद्धालुओं को मिलेंगे। सुगम दर्शन पर पूरी तरह से रोक रहेगी। इसके लिए टिकट भी नहीं मिलेंगे। श्रद्धालु बाबा का झांकी दर्शन करेंगे और बाहर लगे पात्र से उनका अभिषेक करेंगे। मंदिर परिसर में तैनात पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया जाएगा कि वे मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं से सलीके से पेश आए। सावन माह में मंदिर परिसर को पॉलिथीन मुक्त रखा जाएगा। सुरक्षा के लिहाज से धाम परिसर में 40 सीसी कैमरे और लगाए जा रहे हैं। इस समय परिसर में 250 कैमरे लगाए गए हैं। पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाया जा रहा है।

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