सरकार गैरसैण में सत्र चलाना चाहती है, लेकिन कांग्रेस नहीं चाहती है कि गैरसैण में सत्र चले- मुख्यमंत्री धामी

सरकार गैरसैण में सत्र चलाना चाहती है, लेकिन कांग्रेस नहीं चाहती है कि गैरसैण में सत्र चले- मुख्यमंत्री धामी

उत्तराखंड के हित में ऐतिहासिक फैसले लेने की गैरसैंण की ख्याति को आज दाग भी लग गया। टेबल पलटी गई, माइक तोड़ा गया और विस अध्यक्ष पर कागज के गोले और किताबें फैंके गए। सदन के भीतर सत्ता और विपक्ष के बीच तकरार तो होती रही है, लेकिन इस प्रकार का नजारा शायद ही दिखा हो।

सदन में विधायकों को निलंबित करने के बाद हुए हंगामे को भाजपा ने बेहद दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारा दृष्टिकोण शुरू से ही स्पष्ट है। सरकार गैरसैण में सत्र चलाना चाहती है। लेकिन कांग्रेस नहीं चाहती है कि गैरसैण में सत्र चले। राज्यपाल के अभिभाषण पर हंगामा कर के कांग्रेस ने स्वस्थ लोकतंत्र की परंपरा को तोड़ दिया है।

अब विधान सभा अध्यक्ष का सम्मान नहीं कर रहे हैं। यह मातृ शक्ति का अपमान है। इमरजेंसी थोपने वाली कांग्रेस रही है लोकतंत्र विरोधी : मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने गैरसैंण बजट सत्र के दौरान कांग्रेस के अमर्यादित व्यवहार पर तीखा हमला बोला है । कहा कि देश में इमरजेंसी थोपने वाली कांग्रेस लोकतंत्र विरोधी रही है ।

मंगलवार को मुख्यमंत्री दिल्ली में उत्तर भारत के सीमांत क्षेत्रों के विकास को लेकर आयोजित बैठक में शामिल होने गए थे । वे बुधवार को गैरसैंण पहुँचेंगे । मंगलवार को कांग्रेस विधायकों ने सदन में पूरी समय हंगामा और अमर्यादित व्यवहार अपनाए रखा। सीएम धामी ने का कि भाजपा और कांग्रेस में जो मूलभूत अंतर है वह दो वर्ष पश्चात गैरसैंण में आयोजित हो रहे बजट सत्र में साफ़ दिखाई दिया ।कांग्रेस के विधायकों ने घोर अनुशासन हीनता दिखाई ।

कहा कि देवभूमि की जनता देख रही है कि हम गैरसैण में जहां एक ओर सत्र चलाना चाह रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस हंगामा कर गैरसैण में सत्र नहीं चलने दे रही है। धामी ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण पर हंगामा कर के कांग्रेस ने स्वस्थ लोकतंत्र की परंपरा को तोड़ दिया है।कांग्रेस के विधायक राज्यपाल और विधान सभा अध्यक्ष जैसे संवैधानिक पदों तक का सम्मान नहीं कर रहे, यह हमारी संस्कृति के ठीक विपरीत आचरण है। ऐसा करना गलत है।

मुझे बहुत दुख है कि सदन जैसे पवित्र जगह पर ऐसा अभद्र एवं अशोभनीय व्यवहार किया गया। पीठ की ओर और एक महिला की तरफ कागज के गोले, किताबें फैंके गए। टेबल तोड़ी, माइक तोड़े, अभद्रता की। नौजवान विधायकों के इस व्यवहार से मुझे बेहद कष्ट हुआ है। पहली बार महिला अध्यक्ष बनी हैं, इसलिए यह देखना होगा कि व्यवहार कैसे करना होगा?
ऋतु खंडूड़ी, विस अध्यक्ष 

पक्ष पर पर आरोप लगाना गलत है। सरकार हमारी सुनवाई नहीं कर रही है। सदन में विधायकों को विस अध्यक्ष से संरक्षण प्राप्त होता है। लेकिन पीठ के स्तर से भी विपक्षी विधायकों की पीड़ा की अनदेखी हो रही है। कांग्रेस गैरसैंण की हमेशा से पक्षधर रहीं है। कांग्रेस ने ही गैरसैंण में विकास की बुनियाद रखी है।

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