संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण का आज आखिरी दिन है। यह बजट सत्र 13 मार्च 2023 को शुरू हुआ था। सदन में हंगामे के चलते अब तक लोकसभा और राज्यसभा में बहुत कम समय ही काम हो पाया है। पिछली 14 बैठकों के दौरान अडाणी, जेपीसी और राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करने को लेकर खूब हंगामा हुआ। आज सभी विपक्षी दल के नेता संसद भवन से विजय चौक तक तिरंगे झंडे के साथ पैदल मार्च करेंगे।
राहुल गांधी की माफी और अदाणी मामला
संसद का बजट सत्र खत्म होने का समय आ गया है, लेकिन गतिरोध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। अपनी-अपनी मांग पर बांहें चढ़ाए विपक्ष और सत्ता पक्ष के सदस्य संसद को बीते कई दिनों से अखाड़ा बनाए हुए हैं, जिससे किसी भी विषय पर चर्चा नहीं हो पा रही है। बुधवार को भी संसद की कार्यवाही राहुल गांधी की ओर से माफी और अदाणी मामले में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की जिद की भेंट चढ़ गई। हंगामे और नारेबाजी के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन स्थगित रही।
जेपीसी गठित कर जांच कराने की मांग
संसद के बाहर भी सत्तापक्ष और विपक्ष खास तौर पर भाजपा-कांग्रेस एक-दूसरे पर हमलावर रहे। लोकसभा की कार्यवाही बुधवार को जैसे ही शुरू हुई कि कांग्रेस और डीएमके के सदस्य सदन के बीचों-बीच आ गए। अदाणी मामले में जेपीसी गठित कर जांच कराने की मांग के साथ उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। तृणमूल कांग्रेस, जनता दल यूनाइटेड, आम आदमी पार्टी सहित अन्य विपक्षी सदस्य भी अपने-अपने स्थान पर खड़े होकर नारे लगाने लगे।
इस पर पीठासीन अधिकारी ने दोपहर दो बजे तक सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। दो बजे कार्यवाही शुरू होने पर हंगामे के बीच ही केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला ने कोस्टल एक्वाकल्चर अथारिटी (अमेंडमेंट) बिल, 2023 पेश किया। पीठासीन अधिकारी ने विपक्षी सदस्यों को सीटों पर जाने के लिए कहा, हंगामा जारी रहा, लिहाजा सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।
ठीक यही स्थिति राज्यसभा में भी थी। वहां कांग्रेस और अन्य विपक्षी सदस्य जेपीसी की मांग के साथ हंगामा करने लगे। भाजपा सदस्यों ने भी विदेश में भारतीय लोकतंत्र पर टिप्पणी करने के लिए राहुल गांधी से माफी मंगवाने की मांग करते हुए नारेबाजी की। हंगामे नहीं थमता देख सभापति जगदीप धनखड़ ने कार्यवाही स्थगित कर दी।