लखनऊ विश्वविद्यालय में शिक्षा नीति के अन्तर्गत पाठ्यक्रमों को लेकर समिति की हुई बैठक

लखनऊ विश्वविद्यालय में शिक्षा नीति के अन्तर्गत पाठ्यक्रमों को लेकर समिति की हुई बैठक

लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय में 4 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम के सम्बन्ध में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अन्तर्गत यू.जी.सी द्वारा प्रेषित पाठ्यक्रमों के पुनर्गठन हेतु कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय द्वारा गठित समिति की बैठक की गयी। समिति द्वारा आयोजित बैठक मे वर्तमान में संचालित पाठ्यक्रमेां के पुनर्निक्षण के उपरान्त यू.जी.सी. के प्रेषित ’क्रेडिट ढ़ाचे’ के अन्तर्गत पुनरावलोकन किया गया। सदस्यों द्वारा मुख्य रूप से चार वर्ष के सामान्य आनर्स कोर्स एवं शोध आनर्स पर विस्तृत चर्चा करने के उपरान्त विविध सेमेस्टरों में चलने वाले कोर्स में मेजर, माइनर, अन्तर-विषयक, एबेलिटी एवं स्किल इनहेंसमेंट के साथ-साथ वेल्यू एडेड कोर्सेस में निर्धारित क्रेडिटों की संख्या पर चर्चा हुई। इसके साथ ही बैठक मे इंटरशिप, शोध-प्रोजेक्ट, डिसर्जेटेशन पर भी विशेष रूप से चर्चा हुई। अधिष्ठाता अकादमिक प्रोफेसर पूनम टंडन ने बताया मीटिंग मे विभिन्न सेमेस्टरों में पढ़ाये जाने पाठ्यक्रमों के सभी स्तरों पर विशेष क्रेडिटों का प्रावधान किये जाने पर सभी सदस्यों द्वारा विचार व्यक्त किए। समिति की बैठक में प्रो.आरके. महेश्वरी, संकायाध्यक्ष, वाणिज्य संकय, प्रो. अरविन्द अवस्थी, संकायाध्यक्ष, कला संकाय, प्रो. विभूति राय, भूगर्भ विज्ञान विभाग, प्रधानाचार्या नेताजी सुभाष चन्द्र गर्ल्स पीजी कालेज, प्रधानाचार्या, लखनऊ, आईटी पीजी कालेज, लखनऊ, प्रो. संगीता साहू, व्यापार प्रशासन विभाग तथा प्रो. पूनम टण्डन, डीन अकादमिक उपस्थित रहीं।

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