लखनऊ। टेक्सटाइल्स सेक्टर भी यूपी के युवाओं के लिए रोजगार सृजन के नए अवसर तैयार करेगा। योगी सरकार इस सेक्टर के जरिए यहां के प्रतिभाशाली व ऊर्जावान युवाओं को घर-गांव में ही रोजगार दिलाएगी। इस क्षेत्र में व्यापक संभावनाओं को देखते हुए योगी सरकार ने निवेशकों को आमंत्रित किया है। 25 करो़ड़ जनमानस वाले यूपी का बाजार निवेशकों के लिए काफी समृद्ध है और बदली कानून व्यवस्था ने यहां निवेशकों को खुला आसमां दे दिया। लिहाजा उत्तर प्रदेश में 54710 करोड़ के निवेश को लेकर एमओयू किया गया। टेक्सटाइल्स सेक्टर में 1092 प्रस्ताव यूपी सरकार को मिले। धरातल पर योजना अंगीकृत होते ही दो लाख से अधिक युवाओं की अपने घर-गांव में ही प्रतिभा का लाभ मिलेगा। इस क्षेत्र में आदित्य बिरला ग्रुप भी निवेश को आगे आया है। इससे यहां के कपड़े न सिर्फ उत्तर प्रदेश, बल्कि देश के कई कोनों के साथ ही विदेशों में भी अपनी छाप छोड़ेंगे। वहीं महज एक दिन पहले यूपी की समृद्धि के रास्ते को बढ़ाते हुए केंद्र की मोदी सरकार ने लखनऊ में टेक्सटाइल्स पार्क की मंजूरी भी दे दी है। इससे तकरीबन 3 लाख रोजगार के नये अवसर सृजित होने की उम्मीद है। ऐसे में वस्त्रोद्योग के क्षेत्र में केंद्र और प्रदेश सरकार के सम्मिलित प्रयास से यूपी में 5 लाख नये रोजगार सृजित होने की प्रबल उम्मीद है।
युवा टेक्सटाइल्स सेक्टर से पाएंगे रोजगार
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) में टेक्सटाइल्स सेक्टर में 1092 प्रस्ताव आए। इनके जरिए 54710 करोड़ के निवेश का रास्ता खुला। इस सेक्टर से 2 लाख 46 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार मिलेगा। पूर्वांचल, पश्चिमांचल, बुंदेलखंड व मध्यांचल समेत सभी क्षेत्रों और 75 जनपदों में युवाओं ने निवेश का रास्ता खोल दिया। इससे कताई, बुनाई से लेकर परिधान बनाने और पैकेजिंग कर आमजन तक पहुंचाने के जरिए भी रोजगार के कई अवसर मुहैया कराए जाएंगे।
टॉप-10 में शामिल है यह सेक्टर
निवेश के दृष्टिगत टॉप-20 लिस्ट जारी की गई। उच्च शिक्षा, इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग, औद्योगिक पार्क, उच्च शिक्षा, लॉजिस्टिक्स, रीयल स्टेट, पर्यटन के साथ ही टेक्सटाइल्स भी टॉप-10 में शामिल है। इस सेक्टर में आदित्य बिरला ग्रुप जैसी दिग्गज टेक्सटाइल्स कंपनियां भी यूपी में निवेश को उत्सुक हैं। एयरपोर्ट, सड़क व कानून व्यवस्था जैसी सुविधाएं पूरी दुनिया को यूपी में आने को उत्साहित कर रही हैं।
लखनऊ में तीन लाख नये रोजगार का होगा सृजन
जीआईएस के बाद मार्च में केंद्र सरकार ने लखनऊ में टेक्सटाइल्स पार्क को मंजूरी दी। योगी सरकार ने पीएम मित्र योजना के तहत पार्क का खाका केंद्र को भेजा था। जिसे मंजूरी देते हुए करीब एक हजार एकड़ में स्थापित होने वाला यह पार्क लखनऊ-हरदोई सीमा पर स्थापित होगा। हरदोई के कई तहसील के गांवों की जमीन अधिग्रहीत की जाएगी। उम्मीद है कि इससे लगभग 3 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार मुहैया होंगे। परियोजना पर 1200 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
यूपी 25 करोड़ आबादी वाला सबसे बड़ा बाजार
भारत के कई राज्यों में उतनी संभावना नहीं है, जितनी सिर्फ यूपी में है। यूपी निवेशकों को एक ही राज्य में 25 करोड़ आबादी का बाजार दे रहा है। एक ही जगह इतना बड़ा बाजार जहां उद्यमियों के व्यापार को बढ़ा रहा है, वहीं ट्रांसपोर्टेशन और मैनपॉवर का खर्च भी बचा रहा है। निवेशकों के लिए यह काफी कारगर होगा। सबसे अधिक युवा वाले यूपी में निवेशक आने को बेताब हैं।