लखनऊ-कानपुर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस हाईवे देगा नई पहचान—सीएम योगी

लखनऊ-कानपुर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस हाईवे देगा नई पहचान—सीएम योगी

कानपुर। कभी कानपुर कर्फ्यू के लिए जाना जाता था, आज कानपुर में एयरपोर्ट बनकर तैयार हो चुका है। इसी महीने इसका उद्घाटन होने जा रहे हैं। अब कानपुर का अपना एयरपोर्ट होगा। लखनऊ-कानपुर के बीच में ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस हाईवे एक नई पहचान बना रहा है। कानपुर की कनेक्टिविटी ने कानपुर की प्रोडक्टिविटी को बढ़ाने में योगदान दिया है। विगत वर्ष ही प्रधानमंत्री के सानिध्य में कानपुर को मेट्रो का उपहार मिला है और मेट्रो के सेकेंड फेज का कार्य भी युद्धस्तर पर चल रहा है। उसका लोकार्पण कार्यक्रम भी जल्द होने वाला है। समाजवादी पार्टी की सरकार के समय इसी कानपुर में कट्टे बनते थे, आज कानपुर में डिफेंस कॉरिडोर का एक नया नोड तैयार हो रहा है। देश के रक्षा उत्पादन के केंद्र के रूप में कानपुर एक नई पहचान बना रहा है। ये है नया कानपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ये बातें कानपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कानपुर की जनता से निकाय चुनावों में भाजपा का बोर्ड गठित करने में मदद की अपील की।

बुनियादी सुविधाओं को और बेहतर बनाएगी ट्रिपल इंजन सरकार

सीएम योगी ने कानपुर वासियों से भाजपा उम्मीदवारों के लिए वोट की अपील करते हुए कहा कि जो लोग कानपुर के कर्फ्यू के लिए जिम्मेदार थे, दंगे के लिए जिम्मेदार थे,कानपुर में भारत की आस्था के साथ खिलवाड़ करने के जिम्मेदार हैं, वो लोग आज समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी बनकर आपके सामने आए हैं। मातृ शक्ति के विषय में उनकी कैसी टिप्पणियां होती हैं, रामायण जैसा पवित्र ग्रंथ के लिए उनकी टिप्पणियां क्या होती हैं,ये किसी से छुपा हुआ नहीं है। इसीलिए कानपुर के नगरवासियों से अपील करता हूं कि अपने इस मेट्रो सिटी को फिर से बुनियादी सुविधाओं से और बेहतर करने के लिए डबल इंजन सरकार के साथ एक ट्रिपल इंजन का बोर्ड बनना चाहिए। भाजपा का बोर्ड बनेगा तो इन सुविधाओं को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। नगर निकाय चुनाव आपके सामने एक माध्यम है। यहां न केवल नगर निकाय महापौर को बल्कि सभी वार्डों में भाजपा प्रत्याशियों को विजयी बनाकर एक बेहतरीन और फुल मेजॉरिटी का बोर्ड बने ये हम सबकी प्राथमिकता है। ये चुनाव व्यक्तिगत राग-द्वेश का चुनाव नहीं है, व्यक्तिगत टिप्पणी करने का चुनाव नहीं है। ये चुनाव अपनी सिटी को स्मार्ट सिटी, सेफ सिटी और बुनियादी सुविधाओं से आच्छादित करने का चुनाव है। नागरिकों को अच्छी सड़कें मिले, स्ट्रीट लाइट मिले, जल निकास की अच्छी व्यवस्था हो, हर घर शुद्ध पेयजल की सुविधा मिले, कहीं भी सीवर लीक न हो, नगरीय जीवन में कहीं कोई असुविधा न हो, ये सभी कार्य हमें आगे बढ़ाने हैं। कोई भी बोर्ड तभी अच्छा काम कर सकता है जब केंद्र और राज्य सरकार की मदद मिल रही हों। अन्यथा अकेले नगर निगम बोर्ड कुछ भी करने की स्थिति में नहीं हो सकता है।

सीवर प्वॉइंट को सेल्फी प्वॉइंट में बदलकर मां गंगा को दिया पुनर्जीवन

इससे पहले अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए सीएम योगी ने कहा कि कानपुर को पनकी वाले हनुमान मंदिर के साथ ही मां गंगा का सानिध्य हमेशा ही मिलता रहा है। कभी कानपुर की पहचान देश के टेक्सटाइल हब के साथ ही देश के सबसे बड़े औद्योगिक नगरों के रूप में थी। पिछली सरकारों ने कानपुर की जो उपेक्षा की वो आपसे छुपी नहीं है। मां गंगा जो हम सबकी आस्था है, हमारी अस्मिता है, हम सबकी पहचान है, पिछली सरकारों की उपेक्षा के कारण अकेले सीसामऊ में 14 करोड़ लीटर सीवर मां गंगा में गिरा करके उसके अस्तित्व पर प्रश्न खड़ा करने का प्रयास हुआ था। जब नमामि गंगे परियोजना का कार्य प्रारंभ हुआ और पीएम मोदी जी के विजन को जमीनी धरातल पर उतारने के अभियान को आगे बढ़ाया गया। उस समय प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी। दो वर्ष तक सपा ने कोई कार्य नहीं किया। मार्च 2017 में डबल इंजन की भाजपा सरकार प्रदेश में आई, आज सीसामऊ नाले से एक बूंद भी गंगा में नहीं गिरती है। जो सीवर प्वॉइंट था, उसे सेल्फी प्वॉइंट में बदलकर मां गंगा को फिर से पुनर्जीवन देने का कार्य किया गया है।

नई पहचान के साथ आगे बढ़ रहा कानपुर

सीएम योगी ने कहा कि कानपुर आज नई पहचान के साथ आगे बढ़ रहा है। यह वही कानपुर है जिसके बारे में लोगों के मन में अनेक आशंकाएं थीं। जो लोग कार्य नहीं करते, वो अफवाह का सहारा लेते हैं। उनको कार्यों पर नहीं कारनामों में विश्वास है। यही कार्य कानपुर में होता रहा, यही प्रदेश में होता रहा और सपा-बसपा और कांग्रेस की मिली जुली सरकारें जब देश में थीं, तब वहां भी ये लोग इसी तरह के कारनामे करते रहे। उन्होंने कानपुर में सरकार की योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि कानपुर नगर में अब तक प्रदेश और केंद्र ने मिलकर 22 हजार से अधिक एक-एक पीएम आवास देने का काम किया है। 71 हजार 200 से अधिक पटरी व्यवसायियों को ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराने का काम हुआ है। 51,800 से अधिक निराश्रित महिलाओं को, 22,600 से अधिक दिव्यांगजनों को और 75,300 से अधिक वृद्धजनों को 12 हजार वार्षिक पेंशन की सुविधा का लाभ सिर्फ कानपुर में प्राप्त हो रहा है। आयुष्मान भारत में 3 लाख 91 हजार से अधिक लोगों को गोल्डेन कार्ड जारी करके 5 लाख रुपए के सालाना हेल्थ कवर का लाभ उपलब्ध कराया जा रहा है। इलेक्ट्रिक बस सेवा कानपुर की पहचान बन गई है। 100 इलेक्ट्रिक बसों के माध्यम से कानपुर के यातायात को सरल और सुगम बनाने का काम किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी योजना में 3 हजार करोड़ की लागत से और अमृत योजना के तहत लगभग 400 करोड़ रुपए की लागत से कानपुर में कार्यों को आगे बढ़ाने का कार्य हो रहा है।

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