राम मंदिर के भूतल का भव्य ढांचा तकरीबन तैयार है। छत का निर्माण आखिरी दौर में है। इसी के साथ निर्माण कार्य को अंतिम स्पर्श दिए जाने की तैयारी भी शुरू की जा चुकी है।
मंगलवार को राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक के दूसरे दिन का अधिकांश हिस्सा इस विमर्श में गुजरा कि मंदिर की प्रकाश व्यवस्था कैसी हो, मंदिर से जुड़ने वाले रामजन्मभूमि पथ और भक्ति पथ से लेकर राम पथ का निर्माण कब तक पूर्ण किया जाय तथा अंतिम चरण तक इसका क्या स्वरूप हो।
सीएम की उपस्थिति में होगा कार्य का आरंभ
यात्री सुविधा केंद्र की क्या प्रगति है। छत का काम और तीव्रता के साथ पूरा किया जाय। इसी के साथ मंदिर की फर्श का निर्माण और गर्भगृह में नक्काशीदार शिलाओं का संयोजन होना है। इस कार्य का आरंभ एक जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं उप मुख्यमंत्री केशवप्रसाद मौर्य की उपस्थिति में होगा।
इस अवसर के लिए रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने संतों को भी आमंत्रित किया है।
स्थलीय निरीक्षण पर दिया गया जोर
राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक के दूसरे दिन समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बैठक के साथ रामजन्मभूमि परिसर के स्थलीय निरीक्षण को वरीयता दी।
उन्होंने पूर्वाह्न के करीब दो घंटे तक मंडलायुक्त गौरवदयाल, आइजी रेंज प्रवीण कुमार, नगर आयुक्त विशाल सिंह आदि के साथ राम मंदिर से जुड़े विभिन्न मार्गों का निरीक्षण किया।
रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डा. अनिल मिश्र ने विहिप के वरिष्ठ नेता गोपालजी के साथ रामसेवकपुरम पहुंच रामलला की मूर्ति निर्माण का जायजा लिया। रामलला की तीन मूर्ति तीन चुनिंदा कलाकार तैयार कर रहे हैं और इनमें से जो श्रेष्ठतम होगी, उसे राम मंदिर के गर्भगृह में स्थापित करने के लिए चुना जाएगा।