यूपी रोडवेज बसों से होने वाले हादसों पर बड़ा खुलासा हुआ, जानें क्या

यूपी रोडवेज बसों से होने वाले हादसों पर बड़ा खुलासा हुआ, जानें क्या

यूपी रोडवेज बसों से होने वाले हादसों पर बड़ा खुलासा हुआ है। पहली बार परिवहन निगम ने बस हादसों की जांच कराई हैं। यह जांच सर्वे के तौर पर छह महीने तक क्षेत्रीय प्रबंधकों ने किया है। जांच रिपोर्ट में प्रदेश के 35 शहरों में सबसे ज्यादा बस हादसे हुए है। 90 फीसदी बस हादसे की वजहों में 129 जगह रोड इंजीनियरिंग यानी सड़क में गड़बड़ी सामने आई है। ऐसे जगहों को ब्लैक स्पॉट घोषित होंगे। जहां ड्राइवरों को सावधानी से बस चलाने के लिए दिशा सूचक बोर्ड लगाकर बस हादसे रोकेंगे।  

दरअसल, बीते 12 मई को परिवहन निगम मुख्यालय पर 12 विभागों के अफसरों के साथ बैठक हुई। बैठक में परिवहन निगम प्रशासन ने एनएचएआई, पीडब्लूडी को बस हादसे की जगहों को सुधारने के लिए दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र घोषित करने की बात कहीं गई। हर प्रकार के बस हादसों पर परिवहन निगम ने 900 पन्नों की जांच रिपोर्ट तैयार की है। जिसमें बस हादसे के हर पहलुओं को बारीकी से जांच करते हुए जिम्मेदार विभाग और बस डिपो के अफसरों, कर्मचारियों और बस ड्राइवरों पर पर लगाम कसने की तैयारी है। 

पांच शहरों में सबसे ज्यादा ब्लैक स्पॉट मिले
प्रयागराज में-23 
आगरा में-15
कानपुर में-11
लखनऊ में-10
मुरादाबाद में 06

पांच वर्षो में बस हादसों में मृतकों की संख्या
2017-18 में-469
2018-19 में 484
2019-20 में 390
2020-21 में 284
2021-22 में 394

उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम के मुख्य प्रधान प्रबंधक ने बताया कि बस हादसे रोकने के लिए प्रदेश भर में सर्वे कराया गया है। सर्वे में रोड इंजीनियरिंग की गड़बड़ी सबसे ज्यादा सामने आई है। जिसे देखते हुए जिम्मेदार विभाग को पत्र भेजकर दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र घोषित करते हुए सुधार के लिए कहा गया है। 

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