लखनऊ। यूपी में मानसून के लिए इंतजार करना होगा। इस बार मानसून के 20 से 25 दिन लेट होने का अनुमान है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, प्रदेश में 10 से 15 जुलाई यानी जुलाई के सेकंड वीक के बीच मानसून आ सकता है। आमतौर पर यूपी में मानसून की एंट्री 18 जून तक हो जाती है। यानी, पिछले 12 सालों में इस बार सबसे लेट मानसून आएगा। हालांकि, राहत की बात यह है कि भले ही मानसून लेट आए। लेकिन, बरसने में कोई कोताही नहीं करेगा। अनुमान है कि यूपी में 98 प्रतिशत औसत बारिश होगी। पूर्वी हिस्से में इस बार सामान्य से ज्यादा यानी 106 प्रतिशत बारिश का अनुमान है। फिलहाल, मानसून से पहले मई महीने में यूपी में सामान्य 31.8 मिमी की जगह 72.6 मिमी यानी 128 प्रतिशत ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई।
इस वजह से लेट होगा मानसून
लखनऊ के मौसम विज्ञानी डॉ. सुशील द्विवेदी ने बताया, केरल में 3 जून को दक्षिण-पश्चिम मानसून आना था। अब इसके 6 जून तक दस्तक देने की संभावना है। मानसून सामान्य तौर पर केरल के बाद महाराष्ट्र और फिर उत्तर भारत की ओर बढ़ता है। अगर मौसमी चक्र बीच में बनते हैं, तो यह मानसून का रूट बिगाड़ सकते हैं। इस बार मई-जून में ऐसे मौसमी चक्र बने हैं। जिसने देशभर के मौसम में बदलाव किया है। ऐसे में मानसून के भटकाव की आशंका है। यही वजह है कि मानसून 20 से 25 दिन लेट हो सकता है।
कल साफ रहेगा मौसम
मौसम विभाग के मुताबिक, शनिवार को पूर्वी यूपी का मौसम साफ रहेगा। पश्विम के 24 जिलों में तेज हवा और बारिश का अनुमान है। इन जिलों में सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, हापुड़, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, बुलंदशहर, गौतमबुद्ध नगर, मथुरा, अलीगढ़, बरेली, कासगंज, फिरोजाबाद, आगरा, इटावा, औरेया, हाथरस और एटा हैं। सहारनपुर में शुक्रवार तड़के तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक, शहरों में अब पारा बढ़ना शुरू हो जाएगा। खासकर प्रदेश के पूर्वी जिलों में। क्योंकि, यहां अभी प्री-मानसून एक्टिविटी के आसार नहीं हैं। पूर्वांचल और बुदेलखंड के शहरों का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है। कुछ शहरों में पारा 45 डिग्री को भी पार कर सकता है।