यूपी में पीपीपी मॉडल पर बनेंगे केमोथेरेपी क्लीनिक

यूपी में पीपीपी मॉडल पर बनेंगे केमोथेरेपी क्लीनिक

लखनऊ। प्रदेश में कैंसर रोगियों के लिए बड़ी पहल की जा रही हैं। कैंसर मरीजों को इलाज की सुविधा बढ़ाने के साथ बेहतर करने पर जोर हैं। इसके लिए बड़े अस्पतालों को आयुष्मान भारत योजना के तहत जोड़ने की तैयारी हैं। इसके अलावा लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल की तर्ज पर प्रदेश के कुछ और जिला अस्पताल को कैंसर के इलाज के लिए डेवलप करने पर जोर दिया जा रहा हैं। प्रदेश चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव पार्थसारथी सेन शर्मा ने यह बातें कैंसर केयर पर स्टडी लांच के दौरान कही। कैंसर को लेकर बनाए गए स्पेशल इंटरेस्ट ग्रुप की दूसरी बैठक में उन्होंने कहा संसाधन युक्त जिला अस्पतालों में कैंसर विशेषज्ञों की तैनाती कर कैंसर का इलाज शुरू किया जाए। साथ ही पब्लिक प्राइवेट भागीदारी से सभी जिलों में केमोथेरेपी क्लीनिक बनाने पर भी सहमति बनी। प्रमुख सचिव ने कहा कि कैंसर की शीघ्र स्क्रीनिंग, जांच और इलाज की सुविधा भी उसी तरह से लोगों को घर के नजदीक ही मिले जैसा कि अन्य बीमारियों में मिल रही है। उन्होंने लैंडस्केप ऑफ कैंसर केयर प्रोविजन इन उत्तर प्रदेश पर स्टडी रिपोर्ट भी जारी की। उन्होंने कहा कि केजीएमयू की डा. कीर्ति श्रीवास्तव व डा. आनंद मिश्रा द्वारा आयुष्मान भारत के तहत कैंसर के इलाज को लेकर तैयार की गयी स्टडी रिपोर्ट सभी मेडिकल कालेजों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और स्टेक होल्डर से साझा की जाए। रिपोर्ट पर आने वाले सुझावों के बारे में शासन और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण को भी अवगत कराया जाए ताकि जो बिंदु और पैकेज किन्हीं कारणों से छूट गए हैं उन्हें जगह मिल सके। इस दौरान कैंसर के इलाज के मामले में आयुष्मान भारत के तहत मिलने वाली पांच लाख की राशि को अपर्याप्त बताते हुए उसे अन्य विवेकाधीन कोष से जोड़ने पर भी चर्चा हुई। कुछ राज्यों में यह राशि अधिक है। कुछ निजी जांच एजेंसियों के माध्यम से स्क्रीनिंग बढ़ाने पर चर्चा हुई। कैंसर मरीजों के रेफरल और उन फॉलोअप की भी बात कही गयी। पीपीपी मॉडल पर कीमोथेरेपा क्लीनिक खोले जाने पर भी बात की गई। बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन यूपी की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने कैंसर की शीघ्र स्क्रीनिंग के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाने पर जोर दिया। साचीज की मुख्य कार्यपालक अधिकारी संगीता सिंह ने बताया कि अब तक प्रदेश में करीब डेढ़ लाख कैंसर मरीजों को आयुष्मान के तहत इलाज की सुविधा मुहैया करायी जा चुकी है। अधिक से अधिक कैंसर मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया करने के लिए ही प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में स्पेशल इंटरेस्ट ग्रुप बनाया गया है, जिसमें स्वास्थ्य महानिदेशक, एसजीपीजीआई, केजीएमयू सहित और विशेषज्ञों को शामिल किया गया है।

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