यूपी के 100 प्रतिशत गांवों को ओडीएफ होने पर पीएम ने सराहा

यूपी के 100 प्रतिशत गांवों को ओडीएफ होने पर पीएम ने सराहा

लखनऊ, 29 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के सभी 100 प्रतिशत गांवों को ओडीएफ होने पर प्रधानमंत्री मोदी ने सराहा है। मुख्यमंत्री योगी के एक्स पर पोस्ट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिपोस्ट करते हुए कहा क‍ि उत्तर प्रदेश की यह अभूतपूर्व उपलब्धि पूरे देश को प्रेरित करने वाली है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी के पोस्ट पर लिखा कि बहुत-बहुत बधाई। बापू की जयंती से ठीक पहले उत्तर प्रदेश की यह अभूतपूर्व उपलब्धि पूरे देश को प्रेरित करने वाली है। स्वच्छता के क्षेत्र में हमारा निरंतर प्रयास नारी शक्ति के सम्मान के साथ ही हमारे सभी परिवारजनों के स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

इससे पहले मुख्यमंत्री योगी ने लिखा कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में आज स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) चरण-2 के तहत ‘नए भारत’ के ‘नए उत्तर प्रदेश’ के 100 फीसद गांवों ने ‘ओडीएफ प्लस’ का दर्जा हासिल कर लिया है। हमारे गांव खुले में शौच की शर्मनाक विवशता से पूर्णतः मुक्त हो गए हैं। स्वच्छता, सम्मान और सुरक्षा की प्रतीक यह उपलब्धि ‘नए उत्तर प्रदेश’ में इज आफ लिविंग के बढ़ते स्तर को भी रेखांकित करती है। स्वास्थ्य और गरिमा को संरक्षित करती इस उपलब्धि के लिए प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उत्तर प्रदेश ने स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के दूसरे चरण के तहत सभी 95,767 गांवों यानी 100 फीसद गांवों ने ओडीएफ प्लस का दर्जा प्राप्त कर लिया है। ओडीएफ प्लस गांव वह है जिसने ठोस या तरल अपशिष्ट प्रबंधन प्रणालियों को लागू करने के साथ-साथ अपनी खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) स्थिति को बरकरार रखा है।

आज तक, देश भर में 4.4 लाख (75प्रतिशत) गांवों ने खुद को ओडीएफ प्लस घोषित कर दिया है, जो 2024-25 तक एसबीएम-जी चरण 2 के लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उत्तर प्रदेश ने मौजूदा वित्तीय वर्ष में तेजी से प्रगति की है।

एक जनवरी 2023 तक, राज्य में केवल 15,088 गांव थे जिन्हें ओडीएफ प्लस घोषित किया गया था। केवल 9 महीने में, राज्य ने मिशन मोड में ओडीएफ प्लस हासिल करने के लिए प्रयास किए। पिछले 9 महीनों में 80,000 से अधिक गांवों ने ओडीएफ प्लस का दर्जा हासिल किया और इस त्वरित गति के परिणामस्वरूप ओडीएफ प्लस की समयबद्ध उपलब्धि हासिल हुई।

प्रदेश के 95,767 ओडीएफ प्लस गांवों में से 81,744 गांव ओडीएफ प्लस आकांक्षी गांव हैं, जहां ठोस अपशिष्ट प्रबंधन या तरल अपशिष्ट प्रबंधन की व्यवस्था है। 10,217 गांव ओडीएफ प्लस राइजिंग गांव हैं जिनमें ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और तरल अपशिष्ट प्रबंधन दोनों की व्यवस्था है और 3,806 गांव ओडीएफ प्लस मॉडल गांव हैं।

–आईएएनएस

विकेटी/एसकेपी

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