यूक्रेन की विदेश मंत्री एमिना झापरोवा इन दिनों भारत यात्रा पर थीं। उन्होंने दावा किया कि कुछ रूसी सैनिकों की उनके परिवार के साथ बातचीत से पता चला है कि वे यूक्रेनी लोगों के घरों से सामान भी चुराते हैं। उन्होंने कहा कि रूस के सैनिक लोगों के घरों में टॉइलट बॉउल्स तक नहीं छोड़ते हैं। उन्होंने कहा, जब रूसी सैनिकों की उनकी पत्नी या फिर मां से फोन पर होने वाली बात सुनी गई तो पता चला कि उनके बीच घरों से सामान चुराने को लेकर चर्चा होती है।
बता दें कि पिछले साल 24 फरवरी से शुरू हुए रूस और यूक्रेन युद्ध के बाद झापरोवा पहली वरिष्ठ अधिकारी हैं जो कि भारत यात्रा पर आई थीं। उन्होंने कहा, अगर कोई आपका रेप करने आता है तो आप किस भाषा में उससे बात कर सकते हैं। मुझे पता चला कि एक 11 साल के बच्चे का उसकी मां के सामने रेप किया गया। इसके बाद उसने अपनी बोलने की क्षमता ही को दी। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में 24 फरवरी के बाद सब कुछ बदल गया।
पिछले साल यूएन में सेक्शुअल वॉयलेंस पर विशेष प्रतिनिधि प्रमिला पैटन ने दावा किया था कि यूक्रेन में रूस रेप और यौन हिंसा को सैन्य रणनीति के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है। यह दावा उन आंकड़ों के आधार पर किया गया था जिनमें 100 से ज्यादा ऐसे केस सामने आए जबकि रूसी सैनिकों ने घर में घुसकर यौन हिंसा की। झापरोवा ने उम्मीद जताई है कि भारत के एनएसए अजीत डोभाल और अन्य अधिकारी कीव भी आएंगे। फरवरी में वह मॉस्को गए थे।