युवा महोत्सव के आगाज से खेल प्रतियोगिता का आरम्भ

युवा महोत्सव के आगाज से खेल प्रतियोगिता का आरम्भ

वाराणसी। सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय में गुरुवार से युवा महोत्सव और खेल प्रतियोगिता का आगाज हुआ। महोत्सव और प्रतियोगिता का उद्घाटन इन्डियन बैंक के अंचल प्रमुख राजेश और कुलपति प्रो.हरेराम त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से किया।

इस अवसर पर बैंक के अंचल प्रमुख ने कहा कि टीमवर्क, नेतृत्व, धैर्य, अनुशासन, दृढ़ता, असफलता से सीखना, खेल भावना ही सफलता के मंत्र है। कुलपति प्रो. हरेराम त्रिपाठी ने कहा कि युवाओं पर राष्ट्र का भविष्य निर्भर है। खेल को हमेशा खेल भावना और सद्भाव से खेलना चाहिए। प्रतियोगिता से प्रतिस्पर्धा का भाव जागृत होता है। शारीरिक,मानसिक और आज आर्थिक विकास भी सम्भव होता है।

कुलपति ने कहा कि लक्ष्य प्राप्त करने के लिये ध्यान शक्ति बढ़ाना चाहिए। कुलपति ने कहा कि युवा शक्ति भारत की यात्रा की प्रेरक शक्ति है। युवाओं के पास एक बेहतर दुनिया को आकार देने के लिए विचार, रचनात्मकता और महान ऊर्जा है। महोत्सव में अतिथियों का स्वागत छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष प्रो.हरिशंकर पान्डेय ने किया।

दौड़ प्रतियोगिता से आगाज

महोत्सव का आगाज अलसुबह दौड़ प्रतियोगिता से हुआ। प्रतियोगिता के संयोजक डॉ सत्येंद्र कुमार ने बताया कि 100 मीटर की रेस में प्रथम स्थान पर बलवन्त उपाध्याय,प्रदुम्न मिश्र-द्वितीय, बृजेश तिवारी-तृतीय स्थान पर रहे। इसी तरह 200 मीटर की रेस में बलवन्त उपाध्याय-प्रथम,शुभम् द्विवेदी-द्वितीय,कार्तिक प्रजापति-तृतीय स्थान पर रहे। 400 मीटर की रेस में बलवन्त उपाध्याय-प्रथम,गौरव मिश्र-द्वितीय, पुनीत पान्डेय-तृतीय रहे। 800 मीटर की रेस में प्रशांत कुमार उपाध्याय-प्रथम,प्रवीण मिश्र द्वितीय,गौरव मिश्र-तृतीय स्थान पर रहे। प्रतियोगिता में निर्णायक मण्डल में डॉ. विजय कुमार शर्मा, डॉ. कुंज विहारी द्विवेदी, डॉ. दुर्गेश पाठक, डॉ. विजेन्द्र आर्य, डॉ. नितिन आर्य एवं डॉ. कुप्पा विल्वेश शर्मा शामिल रहे। क्रीड़ा प्रशिक्षक आदित्य कुमार की देखरेख में प्रतियोगिता सम्पन्न हुई।

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